पार्क व पब्लिक पर लगेंगी
कंपनी की सीएसआर मैनेजर अंतरा कपूर ने बताया गया कि प्लास्टिक वेस्ट का प्रॉपर कलेक्शन के साथ उसका निस्तारण हो सके, इसके लिए टाइडी ट्रेल्स की शुरूआत की गई। जिसके तहत सोर्स प्लेस (शॉप्स व कमर्शियल प्लेस) से प्लास्टिक वेस्ट कलेक्ट किया जाता है। इसके बाद इस प्लास्टिक वेस्ट को रीसाइकिल कर विभिन्न यूटिलिटीज प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं। जिसमें पार्क व पब्लिक प्लेस के लिए तैयार की गईं बेंच व कुर्सी भी शामिल हैं। यूपी में कंपनी की ओर से मथुरा-वंृदावन में शुरुआत की गई। यहां इस प्रोजेक्ट की सफलता के बाद यूपी में इसे विस्तार दिया जा रहा है। स्वच्छता के प्रति भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से चलाई जा रही केंद्र सरकार की 'स्वच्छता ही सेवाÓ पहल के अनुरूप आगरा में 'टाइडी ट्रेल्सÓ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।
वैन को किया गया रवाना
ताजनगरी में दुकानों का दौरा करने के लिए एक समर्पित मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाई गई। जो शहर की पांच मार्केट एसोसिएशन में 500 से ज्यादा दुकानों से प्लास्टिक वेस्ट को इकट्ठा करेगी। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहले महीने में रोज औसतन 50 किलोग्राम से अधिक प्लास्टिक वेस्ट इकट्ठा किया गया और रीसाइकिलिंग किया गया। दुकानदारों को 500 डस्टबिन दिए गए। प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग के दौरान प्लास्टिक वेस्ट से तैयार की गईं 60 से ज्यादा बेंचों को शहर के लिए वितरित किया गया। इससे पहले फतेहाबाद रोड स्थित होटल में कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के स्वागत से हुआ। अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित, पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण, स्वच्छ भारत मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर केके पांडेय, सीएमओ अरुण श्रीवास्वत, एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अहमद, एसएफआई सुदेश यादव, वित्त मंत्रालय इंडिपेंडेंट डायरेक्टर उमेश गर्ग, आदेश गुप्ता, निदेशक (सलाहकार बोर्ड) आदि मौजूद रहे।
दिनचर्या में से प्लास्टिक को दूर करना जरूरी
मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित ने कहा कि हमारी दिनचर्या में प्लास्टिक शामिल हो गई है। इसे दूर करना होगा। इसके लिए जरूरी है कि हम प्लास्टिक का सेग्रीगेशन करें, जिससे उसको रीसाइकिल आसानी से किया जा सके। घर से ही प्लास्टिक को कचरे से अलग सेग्रीगेट करें। सीएमओ डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि प्लास्टिक कई रोगों का कारण बनती है। इसके लिए प्रॉपर निस्तारण किया जाना जरूरी है। नगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण ने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के लिए कम्युनिटी की सक्रिय भूमिका जरूरी है। स्वच्छ भारत मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर केके पांडेय ने कहा शहर में स्वच्छता के लिए नगर निगम की ओर से लगातार लोगों को अवेयर करने के साथ प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर भी कदम उठाए जा रहे हैं। एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अहमद ने कंपनी पदाधिकारियों को ताज परिसर के आसपास प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के लिए आमंत्रित करते हुए पूरा सहयोग देने की बात कही। द सोशल लैब के सीईओ साहिल अरोरा ने कहा कि प्लास्टिक सबसे बड़ी पर्यावरणीय चुनौतियों में से एक के रूप में उभरी है, लेकिन अगर इसे री-यूज और रीसाइकल्ड किया जाए, तो प्लास्टिक को तमाम तरीकों से उपयोगी बनाया जा सकता है।
प्लास्टिक को कचरा न बनने देने की मुहिम
कार्यक्रम में वर्चुअली रूप से जुड़ीं चीफ गवर्नमेंट अफेयर एंड कम्युनिकेशन ऑफिसर, पेप्सिको इंडिया गरिमा सिंह ने कहा कि पेप्सिको इंडिया में, हम अपने 'विनिंग विथ पेप+ (पेप्सिको पॉजिटिव) दर्शन से निर्देशित हैं और निरंतर एक ऐसी दुनिया का निर्माण करने के लिए काम कर रहे हैं जहां रिड्यूसिंग, रिसाइक्लिंग और रीइनवेंटिंग के जरिए प्लास्टिक को कभी भी कचरा नहीं बनने दिया जाता है। इस दृष्टिकोण के अनुरूप, हमनें 2021 में मथुरा वृंदावन में पोस्ट-कंज्यूमर प्लास्टिक वेस्ट को स्थायी रूप से मैनेज करने के लिए एक विशेष पहल 'टाइडी ट्रेल्सÓ की शुरुआत की थी। इसकी सफलता के बाद, हम आगरा नगर निगम के सहयोग से अब आगरा में यह कार्यक्रम शुरू करने के लिए उत्साहित हैं, जो लोगों को अपने स्थानीय वातावरण को साफ रखने और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है। केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी अपने वर्चुअली मैसेज के जरिए मथुरा के बाद आगरा में टाइडी ट्रेल्स को शुरू करने के लिए पेप्सिको इंडिया को बधाई और शुभकामनाएं दी।
टाइडी ट्रेल्स पर एक नजर
- 2021, सितंबर में की गई मथुरा-वृंदावन में शुरुआत
- 800, प्रतिष्ठानों से मथुरा में प्लास्टिक वेस्ट इकट्ठा किया जाता है
- 25 हजार किलो प्लास्टिक मथुरा-वृंदावन में इकट्ठा किया गया
- 6.2 लाख लोगों तक अवेयरनेस प्रोग्राम के जरिए पहुंच बनाई
- 500 से अधिक दुकानों से आगरा में प्लास्टिक वेस्ट किया जाएगा कलेक्ट
मथुरा-वृंदावन में सफलता के बाद टाइडी ट्रेल्स को आगरा में शुरू किया गया है। इसके तहत दुकानों से निकलने वाले प्लास्टिक वेस्ट को कलेक्ट किया जाएगा। इसको रीसाइकिल कर यूटिलिटी के यूजफुल प्रोडक्ट तैयार किए जाएंगे, जिसमें बेंच, कुर्सी आदि शामिल हैं। शहर के लिए प्लास्टिक वेस्ट से तैयार की गईं 60 बेंच भी वितरित की गईं हैं।
अमित कुमार नांचल, एसोसिएट डायरेक्टर, कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस, पेप्सिको इंडिया