भीगने से वायरल इंफेक्शन
एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉ। प्रभात अग्रवाल ने बताया कि बारिश होने से मौसम और ठंडा हो गया है, ऐसे में सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है। कई लोगों को बारिश में भीगने से इंफेक्शन हो गया है। ऐसी स्थिति में वायरल होने की भी आशंका है। ऐसे में खुद को बारिश से बचाकर रखें। पूरे कपड़े पहनें। इसके साथ ही खाने-पीने का ध्यान रखें।
एसएन मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग के प्रोफेसर डॉ। नीरज यादव ने बताया कि बच्चों को ऐसे मौसम में बचाकर रखें। इस मौसम में बच्चों मेें निमोनिया की शिकायत ज्यादा मिल रही है। इसके साथ ही नाक बंद होना, गले में घरघराहट, बुखार, बुखार के साथ पसली चलना जैसे लक्षण भी बच्चों में देखने में मिल रहे हैैं। कुछ बच्चों में उल्टी दस्त की भी शिकायत देखने को मिल रही है। डॉ। यादव ने बताया कि ऐसे मौसम में बच्चों को सर्दी से बचाकर रखें। उन्हें पूरे कपड़े पहनाकर रखें। डॉ। यादव ने बताया कि बच्चों को सर्दी पैरों और सिर से लगती है। ऐसे में बच्चों के कानों और सिर को ढककर रखें। उन्हें बाहर न ले जाएं।

खाने-पीने का रखें ध्यान
डॉ। यादव ने बताया कि सर्दी के मौसम में बच्चों के खाने-पीने का ध्यान रखें। उन्हें गर्म पानी ही पिलाएं। इसके साथ ही उन्हें सामान्य से अधिक खाना खिलाएं। शरीर सर्दी के मौसम में ज्यादा खाना कंज्यूम करता है। इस कारण हेल्दी खाना खाने पर ज्यादा तरजीह दें। बच्चों को मूंगफली व तिल से बने उत्पाद खिलाएं।

यह करें
सर्दी से बचाव रखें
गर्म पानी पिएं
जूते मोजे पहनें
सिर को कवर करके रखें
हेल्दी खाना खाएं
बारिश में भीगने से बचें
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इन लक्षण के आने पर हो जाएं सचेत
नाक बंद होना
गला बंद होना
बुखार
बुखार के साथ पसली चलना
उल्टी दस्त होना


मौसम बिगड़ रहा है ऐसे में बच्चों को घर पर ही रखें। उन्हें पूरे कपड़े पहनाएं। सर्दी-जुकाम या बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाएं।
- डॉ। नीरज यादव, प्रोफेसर, बाल रोग विभाग, एसएन मेडिकल कॉलेज