आगरा। मोबाइल पर बिजली बिल के फर्जी मैसेज भेजकर या फिर फोन पर बिल जमा करने की बात कही जा रही है, तो होशियार रहें। उपभोक्ता ऐसे जालसाजों से सावधान रहे। फोन पर जालसाज उपभोक्ता से प्ले स्टोर पर एक एप डाउनलोड करने को कहते हैं और फिर एप करने पर आईपी एड्रेस टाइप का 12 डिजिट का ऑटो जनरेट कोड मांगा जाता है। उस कोड को बताते ही मोबाइल की समस्त जानकारी अज्ञात व्यक्ति के पास चली जाती हैं। उसके बाद संबंधित व्यक्ति द्वारा गूगल पे या अन्य माध्यम से एक खाते से पेमेंट अपने खाते में कर लिया जाता है।
एसएमएस के जरिए भेज रहे लिंक
बिजली बिल का एसएमएस आने पर उपभोक्ता सावधान रहें, क्योंकि शातिर ठग अलग-अलग फोन नंबरों से कॉल कर उपभोक्ताओं के मोबाइल पर मैसेज भेज रहे हैं। उपभोक्ताओं को एसएमएस के जरिए एक लिंक भेजा जाता है और यह कहा जाता है कि आप लिंक पर क्लिक कर अपने बिजली बिल का भुगतान कर दें। लिंक क्लिक करते ही खातों से रुपए निकल जाती है। जबकि साइबर सेल का कहना है कि ऐसे मैसेज बिजली विभाग द्वारा नहीं भेजे जा रहे हैं, तत्काल भुगतान करें।
फोन आने पर पहले करें 1912 पर पुष्टी
उपभोक्ता बिजली विभाग के काउंटर, ई-सुविधा काउंटर, कस्टमर केयर सेंटर, बिलिंग एजेंट के जरिए ही बिल जमा करें। इसके अलावा फोनपे पर उपलब्ध नेट बैकिंग डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड ,भीम एप, पेटीएम सहित कई माध्यमों से उपभोक्ता भुगतान कर सकते हैं। उपभोक्ता के पास अगर कोई ऐसा फोन आता है तो उपभोक्ता 1912 पर पहले इसकी पुष्टि कर ले और स्थानीय अभियंता से भी संपर्क करके जानकारी लेने के बाद ही कदम उठाए।
केस1
मैसेज आया तो हो गए अलर्ट
सेवला सदर में रहने वाले बचन सिंह सिकरवार के मोबाइल पर मैसेज आया कि आपका बिजली कनैक्शन तत्काल काट दिया जाएगा। भेजा गए लिंक को क्लिक पर बकाया राशि का भुगतान करें, असुविधा से बचें। इस पर बच्चन सिंह ने संबंधित विभाग में इसकी पुष्टी की, इसके बाद पता चला कि मैसेज फेंक है। जबकि उनके घर के पास रहने वाले आकाश लिंक को क्लिक करने पर ठगी का शिकार हो गए।
केस2
ऐसे हो गए साइबर ठगी का शिकार
दयालबाग के नगला तलफी में रहने वाले दिलावर भी साइबर ठगों द्वारा भेजे गए मैसेज मेें ठगी का शिकार हो गए। उन्होंने पिछले तीन महीने से बिजली की बिल जमा नहीं किया था, ऐसे में मैसेज को सच समझकर प्रोसेस को फॉलो किया था, इस संबंध में पीडि़त ने कंप्लेन की है।
बिजली बिल भुगतान को लेकर एक ओर विद्युत विभाग मैसेज भेज कर अपडेट कर रहा है तो वहीं साइबर शातिर एसएमएस भेजकर लोगों से ठगी कर रहे हैं। ऐसे में सेंड मैसेज की पुष्टी करने के बाद ही ऑनलाइन डयू बिल का भुगतान करें।
सुल्तान सिंह, जिला साइबर सेल प्रभारी