कई विभागों के अफसर हुए शामिल
बैठक में नगर निगम के अलावा आधा दर्जन से अधिक विभागों के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में नगरायु1त अंकित खंडेलवाल ने हीट वेव्स से बढ़ी हुई मुत्युदर और इसके समाधान के लिए नगर निगम द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। बताया कि नगर निगम द्वारा हीटवेव्स के प्रभाव को कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की गईं हैं, जिनमें प्रमुख रूप से पौधरोपण अभियान, जल की सुरक्षा के लिए आईईसी गतिविधियां और मुफ़्त् ओरआरएस पेय के वितरण शिविर शामिल हैं। इसके साथ ही निगम कर्मचारियों की देखभाल के लिए नियमित स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन और प्रतिदिन ओआरएस पेय वितरित करने के बारे में भी बताया।
चौराहों पर लगाईं गई शेड
बैठक में अपर नगरायु1त एसपी यादव ने बताया कि भीषण गर्मी में चौक चौराहों पर दो पहिया वाहनों के लिए ग्रीन कवर रोड की व्यवस्था की गई। आगरा नगर निगम के लिए भी अहमदाबाद नगर निगम की तरह एक रणनीतिक योजना तैयार की जा रही है। जिससे हीट वेव्स के कारण होने वाली मृत्युदर को कम किया जा सके। पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण ने कहा कि कुछ आसान नियमों को लागू करके मृत्यु दर को कम किया जा सकता हेै।
एक्शन प्लान की क्यों पडी जरूरत
पिछले कुछ सालों से अप्रैल से लेकर जून के बीच टेम्प्रेचर में वृद्धि होने के कारण हीट वेव से होने वाली मौतों के आंकड़े में लगातार वृद्धि हो रही है। आगरा में ही 48.6 डिग्री तक तापमान पहुंच गया था। इसी को देखे हुए पहले शासन की ओर से राज्य, जिला और अब शहर के लिए एक्शन प्लान बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए उत्तर प्रदेश से इस बार प्रयागराज,लखनउ,झांसी और आगरा में इस एक्शन प्लान को लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान सभी विभागों से कहा गया कि वे अपने स्तर से हीट वेव से लोगों को बचाने की दिशा में अभी से एक्शन प्लान तैयार करने में जुट जाएं।
ये दिए गए सुझाव
- स्वास्थ्य विभाग लोगों के लिए ओआरएस के पैकेट अस्पतालों में हीटवेव के मरीजों के लिए पर्याप्त ग्लूकोज की व्यवस्था करे
- बाजारों आदि को दोपहर में उस दौरान जब तापमान सर्वाधिक होता है, उस दौरान बंद करा दिया जाए
- गर्मी में हीटवेव से बचने के लिए सुरक्षा उपाय का प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरूक किया जाए
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर नगर निगम से अपर नगर आयुक्त सुरेन्द्र प्रसाद यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। संजीव वर्मा के अलावा सभी जेडओ, शिक्षा विभाग, विकास प्राधिकरण, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, एसएन मे?डि?कल कॉलेज, जलकल और जिला प्रशासन के भी प्रतिनिधि के अलावा प्रोजेक्ट डायरेक्टर यूपीएसडीएमए डॉक्टर कनीज फातिमा, हेड अईआईपीएच डॉक्टर महावीर गोलेचा, प्रोजेक्ट एक्सपर्ट एग्रीकल्चरल यूपीएसडीएमए प्रियंका द्धिवेदी और प्रोग्रामर यूपीएसडीएमए प्रशांत शाही मौजूद रहे।