बताए यूनिवर्सिटी के विजऩ और मिशन
कुलपति ने उन्हें अवगत कराया कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लगभग 10 छात्र यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं और आगे भी उनकी संख्या बढ़े इसका प्रयास है। कुलसचिव द्वारा जल्द ही ट्रांसजेंडर सेल बनाया जा रहा है। बाकि सभी ने उन्हें यूनिवर्सिटी की विजऩ और मिशन भी बताए। यूनिवर्सिटी के समाज कार्य विभाग के द्वारा जुबिली हॉल में ट्रांसजेंडर समुदाय का समाज हेतु सहयोग संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर गोष्ठी की गईं।

ट्रांसजेंडर समुदाय के सामने चुनौतियां
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ट्रांसजेंडर बोर्ड की मुख्य सलाहकार एंव सदस्य देविका एस देवेंद्र मंगलामुखी रहीं। मुख्य वक्ता के तौर मुख्य अतिथि ने छात्रों को ट्रांसजेंडर समुदाय के सामने आने वाली मुख्य चुनौतियों के बारे में छात्रों को अवगत कराया और साथ ही साथ छात्रों से अपनी इस मुहिम में जुडऩे का आव्हान भी किया।

समुदाय की उपयोगिता बताई
कार्यक्रम के दौरान ही समाज विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो। एम अरशद ने छात्रों को ट्रांसजेंडर समुदाय की समाज में स्थान एवं उनकी उपयोगिता के बारे में छात्रों को बताया। कार्यक्रम का समन्वय समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो। रनवीर सिंह ने किया। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ। एम हुसैन ने किया।

सामुदायिक रेडियो पर दिया साक्षात्कार
कार्यक्रम के दौरान यूनिवर्सिटी की कला संकाय की डीन प्रो। हेमा पाठक, जनसंपर्क अधिकारी पूजा सक्सेना, डॉ। राजीव वर्मा, डॉ। राजेश कुशवाहा पुरोषोत्तम मयूरा आदि उपस्थित रहे। इसके इसके बाद ट्रांसजेंडर बोर्ड की मुख्य सलाहकार एवं सदस्य देविका एस देवेंद्र मंगलामुखी ने यूनिवर्सिटी के सामुदायिक रेडियो पर अपना साक्षात्कार दिया। इसके साथ ही सरकार द्वारा चलाई जा रही ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए कई नीतियों के बारे में बताया। इस दौरान रेडियो की इंचार्ज प्रो। अर्चना सिंह, कार्यक्रम अधिशासी पूजा सक्सेना और रफी इंजीनियर तरुण श्रीवास्तव उपस्थित रहे।