ट्रेनों की होती है मॉनिटरिंग
आगरा रेल मंडल की ट्रेनों के संचालन का मुख्य कंट्रोल रूम डीआरएम कार्यालय में है। नई दिल्ली-आगरा-झांसी, आगरा-टूंडला, ईदगाह-बांदीकुई सहित अन्य में ट्रेनों के आवागमन पर नजर रखी जाती है। कंट्रोल रूम के बगल में स्काडा सर्वर रूम है। दोनों में कर्मचारियों की ड्यूटी चौबीस घंटे होती है। बुधवार रात ढाई बजे सर्वर रूम में आग लग गई। कर्मचारियों ने छह अग्निशमन उपकरणों से आग को बुझाने का प्रयास किया। आग इतनी तेज थी कि कमरे में घुसने की किसी की हिम्मत नहीं हुई। आग की लपटें बाहर की तरफ आने लगी। पास ही रेलवे सुरक्षा बल का भी कक्ष है। कई कर्मचारी कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचे। वहां से सात अग्निशमन उपकरण लेकर आए। डीआरएम कार्यालय में लगे आधा दर्जन से अधिक उपकरणों का प्रयोग किया गया। कर्मचारियों ने किसी तरीके से अपनी जान बचाई। रेलवे के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सुबह चार बजे दो दमकलों ने किसी तरीके से आग को बुझाया। मंडल वाणिज्य प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि आग लगने से कोई भी कर्मचारी नहीं झुलसा है। दोनों गेट को खोल दिया गया था।


मुंह में कपड़ा और बांधा गीला रूमाल
सर्वर रूम की आग कहीं कंट्रोल रूम में न पहुंच जाए, कर्मचारियों को यह डर सता रहा था। साथ ही अगर कंट्रोल रूम में आग लगी तो इससे ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हो सकता था। दर्जनभर कर्मचारियों ने मुंह में कपड़ा से लेकर गीला रूमाल बांधकर कार्य किया। कंट्रोलर पांच से सात मिनट संचालन करते और बाहर निकल जाते फिर दूसरा कंट्रोलर कक्ष में आ जाता था। वहीं आग अधिक बढऩे पर सभी स्टेशनों के अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया। मंडल वाणिज्य प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि स्काडा सर्वर रूम में आग लगने से एक भी ट्रेन का संचालन प्रभावित नहीं हुआ है।

आईआरसीटीसी कार्यालय में लगी आग
डीआरएम कार्यालय के स्काडा सर्वर रूम के बाद गुरुवार सुबह नौ बजे आगरा कैंट स्टेशन स्थित भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) कार्यालय में आग लग गई। इससे कर्मचारियों में खलबली मच गई। कुछ दूरी पर वीआईपी लाउंज है। टिकट निरीक्षक दिनेश पंवार फूड प्लाजा से अग्निशमन उपकरण लेकर आए। किसी तरीके से आग पर काबू पाया गया। आग लगने की वजह शार्ट सर्किट है।


आग लगने से कोई भी कर्मचारी नहीं झुलसा है। दोनों गेट को खोल दिया गया था। किसी भी ट्रेन का संचालन प्रभावित नहीं हुआ है।
प्रशस्ति श्रीवास्तव, मंडल वाणिज्य प्रबंधक

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मंडल को मिली तीसरी वंदे भारत ट्रेन

- 8.45 घंटे लगेंगे, दो सितंबर से शुरू होगा संचालन
- सोमवार, गुरुवार और शनिवार को चलेगी वंदे भारत

आगरा : उत्तर मध्य रेलवे आगरा रेल मंडल को तीसरी वंदे भारत मिल गई है। यह ट्रेन उदयपुर से आगरा के मध्य दो सितंबर से चलेगी। 650 किमी का सफर यह ट्रेन 8.45 घंटे में तय करेगी। ट्रेन सोमवार, गुरुवार और शनिवार को चलेगी।

लंबे समय से चल थी मांग
लंबे समय से आगरा से उदयपुर के लिए वंदे भारत की मांग चल रही थी। हाल ही में इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया था। बोर्ड से अब इसकी अनुमति मिल गई है। दो सितंबर से यह ट्रेन उदयपुर स्टेशन से सुबह 5.45 बजे चलेगी। छह स्टेशनों (राणा प्रताप नगर, मावली, चंदेरिया, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी) पर यह ट्रेन दो-दो मिनट रुकेगी। ट्रेन में चेयरकार और एग्जीक्यूटिव श्रेणी के कोच होंगे। किराया जल्द घोषित किया जाएगा। मंडल वाणिज्य प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि मंडल को तीसरी वंदे भारत मिल गई है। पहली वंदे भारत एक अप्रैल 2023 को हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से रानी कमलापति भोपाल और दूसरी 12 मार्च 2024 को हजरत निजामुद्दीन से खजुराहो के मध्य चलना शुरू हुई थी।
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तीन दिन जयपुर से उदयपुर चलेगी
उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि सप्ताह में तीन दिन बुधवार, शुक्रवार और रविवार को चलेगी।
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इन स्टेशनों में रुकेगी ट्रेन

स्टेशन का नाम, समय
उदयपुर, सुबह 5.45 बजे रवाना
राणा प्रताप नगर, 5.52 बजे
मावली, 6.24 बजे
चंदेरिया, 7.41 बजे
कोटा, 9.50 बजे
सवाई माधोपुर, 11 बजे
गंगापुर सिटी, 11.43 बजे
आगरा कैंट, दोपहर 2.30 बजे
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आगरा कैंट, दोपहर 3 बजे रवाना
गंगापुर सिटी, शाम 4.53 बजे
सवाई माधोपुर, शाम 5.38 बजे
कोटा, 7 बजे
चंदेरिया, रात 9.35 बजे
मावली, 10.35 बजे
राणा प्रताप नगर, 11.12 बजे
उदयपुर, 11.45 बजे
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इसी साल मिल सकती है चौथी वंदे भारत
आगरा रेल मंडल को इस साल चौथी वंदे भारत भी मिल सकती है। यह ट्रेन आगरा से प्रयागराज के मध्य चलेगी। आगरा से प्रयागराज पहुंचने में छह घंटे का समय लगेगा। उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज जोन ने इसका प्रस्ताव भेज दिया है।