डीवीवीएनएल करता है सप्लाई
नगर निगम की सीमा में टोरंट की सप्लाई है। नगर निगम की सीमा से बाहर रहने वाले लोग इस शहर में तो हैं लेकिन उनको विद्युत सप्लाई दक्षिणांचल विद्युत निगम द्वारा की जाती है। शहर की सीमाओं से सटे क्षेत्र में नई -नई कॉलोनियां विकसित हो गई हैं। इसके अलावा यहां सेमी अर्बन एरिया भी है। यहां बिजली कटौती से हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन उनकी गुहार सुनने वाला कोई नहीं है। कमोवेश यही हाल ग्रामीण अंचल क्षेत्रों का है। जहां बिजली की कटौती ने लोगों को बेहाल कर दिया है। हालांकि दावे तो बेहतर विद्युत व्यवस्था दिए जाने के किए जा रहे हैं लेकिन हकीकत इसके उलट है।

शहर से देहात तक हाल- बेहाल

शहर में भीषण गर्मी का सितम जारी है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 17 जून तक तापमान में गिरावट के आसार नहीं हैं। भीषण गर्मी में शहर के अलग अलग क्षेत्रों में इस समय विद्युत आपूर्ति गंभीर समस्या बनी हुई है। शहर से देहात तक लोग बिजली कटौती से बेहाल हैं। लेकिन विभाग के दावों के उलट हकीकत परेशान करने वाली है। मुख्यमंत्री ने बिजली कटौती रोकने के लिए हाल ही में निर्देश दिए लेकिन बिजली कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है।

दो दर्जन से अधिक पॉश कालोनियों में है परेशानी

आगरा ग्वालियर हाईवे पर भाहई मोड़ से लेकर रोहता बीच इस क्षेत्र में लगभग दो दर्जन से अधिक पॉश कालोनियां हैं, जिनमें टोरंट से नहीं दक्षिणांचल से सप्लाई की जाती है। इन इलाकों को बाद सब स्टेशन से सप्लाई मिलती है। यहां 24 घंटे में से मुश्किल से 10 घंटे ही बिजली मिल पाती है। शहर से सटी द्वारिका ग्रीन, विज्ञान विहार, सुरक्षा विहार, क्रिस्टल कॉलोनी, अनुपम शौर्य विहार समेत लगभग दो दर्जन से अधिक कालोनियां हैं। इनमें गर्मी के दिनों में खास कर इन दिनों में बिजली कटौती भीषण समस्या बनी हुई है। इसकी वजह से न तो लोग अपनी नींद पूरी कर पा रहे हैं, न ही ठीक से पेजयल उपलब्ध हो पा रहा है।

क्षमता 20 मेगावाट और कनेक्शन दे दिए 30 मेगावाट के

विद्युत सब स्टेशन बाद पर लगभग 50000 से अधिक आबादी को बिजली की सप्लाई की जाती है। यहां पिछले कई दिनों से हाल बेहाल हैं। यहां सप्लाई नाम मात्र को मिल रही है। जब आईनेक्सट की टीम ने इस वजह की पड़ताल की तो पता चला कि इस सब स्टेशन की क्षमता ही 20 केवीए है, जबकि इससे कहीं अधिक क्षमता के कनेक्शन इसी फीडर से लोगों को दे दिए गए हैं। इसका कुल लोड अब 30 केवीए हो गया। जिससे सब स्टेशन की मशीन ओवरलोड होती है या फिर ट्रिप हो कर फॉल्ट होता है सप्लाई बंद हो जाती है।

20 घंटे गुल रही थी बिजली

एक दिन पहले ही फतेहाबाद सर्किल में 80000 की आबादी को लगातार 20 घंटे तक बिजली कटौती से जूझना पड़ा था। 33 केवीए में हुए फाल्ट की वजह से इरादतनगर की तरफ के सभी गांवों की बिजली गुल हो गई इस फॉल्ट को खोजने में ही विभाग की टीम को काफी मशक्क्त करनी पड़ी। जबकि हाल ही में सीएम ने निर्देश दिए थे कि फॉल्ट होने पर अतिशीघ्र ही सही कराया जाए। इलाके के लोग सड़कों पर आ गए थे पूरे क्षेत्र में पानी की किल्ल्त हो गई थी।

जेई का नहीं उठा फोन

क्षेत्रीय कॉलोनी निवासियों ने बताया कि जब वे किसी काम के लिए या किसी पूछताछ के लिए जेई को फोन किया जाए, तो अक्सर जेई फोन नहीं उठाते हैं। ऐसा क्षेत्रीय लोगों का आरोप है। इस सत्यता की पड़ताल करने के लिए डीजे-आईनेक्स्ट की टीम द्वारा फोन किया गया, तो फोन रिसीव नहीं हुआ। उनको कई बार रिंग की गई, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो सकी। बड़ा सवाल ये हैं कि ऐसे अधिकारी सीएम के निर्देशों का ही मखौल उड़ा रहे हैं। तो व्यवस्थाएं कैसे दुरुस्त हो सकती हैं?

जेई का नाम- अजय कुमार
सीयूजी नं- 9193303063

फोन किया 1.21 बजे, दूसरी कॉल- 2.19 बजे, तीसरी कॉल- 2.48 बजे, चौथी कॉल- 4.44 बजे

इसके बाद एसडीओ बाद सब स्टेशन को फोन किया, तो उनका फोन रिसीव हो गया। और समस्या निस्तारण का भरोसा दिलाया.


यहां हुई कटौती

बाद सब स्टेशन
2.30 बजे कटौती हुई

30 मिनट कटौती हुई

3.00 बजे आपूर्ति बहाल

3.53 बजे दोबारा कटौती हुई

शाम 5.00 बजे आपूर्ति बहाल हुई

कटौती 1.47 मिनट तक एरिया में ब्लैक आउट रहा


ये एरिया रहे प्रभावित
क्रिस्टल कॉलोनी,द्वारिका ग्रीन, स्वामीधाम, विज्ञान विहार, ककुआ, भाहर्ई, रोहता, कबूलपुर, पट्टी पचगाईं, हकीमपुरा, रम्पुरा, सलेमबाद समेत अन्य एरिया में बिजली आपूर्ति बाधित रही.

मीटर रीडर को भगाया
इसी सब स्टेशन पर केसीआर नाम से एक कॉलोनी है जिसमें 83 कनेक्शन पांच किलोवाट की क्षमता के हैं। इनका बिल मीटर की एमआरआई मीटर रीडिंग इंस्टूमेंट से निकलता है। एक प्राइवेट कंपनी ये काम करती है। पिछले दिनों जब कंपनी का मीटर रीडर यहां बिल निकालने पहुंचा तो कॉलोनी के लोगों ने उसे गेट से अंदर नहीं जाने दिया कहा कि सप्लाई तो ठीक से आती नहीं बिल लेने क्यों आते हो। विभाग में ये चर्चा का विषय बना हुआ है।

-जो भी समस्या है उसको संबंधित अधिकारी को निर्देश दे कर दिखवा लूंगा। जल्दी ही उस एरिया की समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
अमित किशोर एमडी डीवीएनएल

-पांच से सात दिन पहले समस्या अधिक थी। पांच मेगावाट क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इस वीक में इसका एलॉटमेंट हो जाएगा। इस बार अप्रत्याशित रूप से लोड बढ़ा है। शीघ्र ही समाधान करा दिया जाएगा।
पुष्पेन्द्र सिंह एसडीओ बाद फीडर

वर्जन
आए दिन बिजली कटौती हो रही है। पहले ऐसा नहीं होता था, लेकिन अब पिछले दो सप्ताह से कटौती हो रही है। फोन करें तो फोन उठता नहीं है। 1912 कॉल करें तो कंप्लेन तो दर्ज हो जाती है, लेकिन समाधान नहीं होता।

आकाश

वर्जन
अब तो ऊपर से निर्देश हैं, कि भीषण गर्मी में बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। उसके बाद भी कटौती कर रहे हैं, कोई सुनने वाला ही नहीं है, जबकि हर महीने बिल जमा करा रहे हैं।
ज्ञानेन्द्र

-1600 मेगावाट है कुल क्षमता आगरा की
- 115 सब स्टेशन हैं जिले में
-2 सर्किल हैं आगरा में फतेहाबाद और आगरा
-20 मेगावाट है बाद सब स्टेशन का भार
- 7 डिवीजन हैं जिले में
-1146 ट्रांफॉर्मर बदले गए पिछले दो माह में