आगरा(ब्यूरो)। इसके बाद वह लंदन चले गए थे और साउथ-ईस्ट लंदन में प्रैक्टिस करने लगे थे। 33 साल के कबीर गर्ग को बच्चों के शोषण को बढ़ावा देने में शामिल होने पर वूलविच क्राउन कोर्ट ने दोषी ठहराया है। 23 जून को डॉ। कबीर गर्ग को छह साल की सजा सुनाई गई।
नवंबर 2022 में किया था अरेस्ट
मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार द एनेक्स साइट के दुनियाभर में 90 हजार सदस्य हैं, इस वेबसाइट द्वारा बाल यौन शोषण की सामग्री लोगों तक पहुंचाई जा रही थी। डॉ। करीब गर्ग इस द एनेक्स साइट के मॉडरेटर में से एक थे। यूके की नेशनल क्राइम एजेंसी ने नवंबर 2022 में लेविशम स्थित उनके फ्लैट से गिरफ्तार किया था। उस समय डॉ। कबीर ने अपने मॉडरेटर खाते में लॉग इन किया हुआ था, उनके लैपटॉप में साइट खुली हुई थी। अधिकारियों को सात हजार से अधिक अश्लील फोटो, वीडियो और कई मेडिकल जर्नल लेख मिले थे। कोरोना काल से पहले आया था, बाल यौन शोषण में दोषी पाया गया डा। कबीर गर्ग पांच साल से लंदन में कार्यरत है, कोरोना काल से पहले आगरा आया था। वह मूल रूप से हरीपर्वत क्षेत्र के निवासी थे।
गोल्ड मेडलिस्ट हैं डॉ। कबीर
डॉ। कबीर गर्ग ने केजीएमयू, लखनऊ से एमबीबीएस और 2013 में एमडी साइकियाट्री की, उसे गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। उसके पिता भी चिकित्सक हैं। यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन के मनोरोग विभाग में कार्यरत था। न्यूरो साइकियाट्री में विशेषज्ञता है। उसकी कंसल्टेंट के पद पर पदोन्नति होने वाली थी, 35 रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं।
न्यूज वायरल होने के बाद जानने वाले रह अचंभित
गोल्ड मेडलिस्ट डॉक्टर को लंदन में सजा होने की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शहर के डॉक्टर्स के ग्रुप में भी चर्चा शुरू हो गई। उन्हें जानने वाले भी सन्न हैं।