आसपास की दुकानों में मच गई भगदड़
घटना गुरुवार दोपहर 11:45 बजे सेक्टर दो ट्रांसपोर्ट नगर की है। शिवा कुंज, सिकंदरा के साजिद का ङ्क्षहदुस्तान टायर के नाम से वर्कशाप है। यहां पुराने टायरों पर रबर चढ़ाने का काम होता है। वर्कशाप में भूतल पर चैंबर मशीन लगी है। जिसमें टायर को पकाया जाता है, इसके बाद उन पर रबर चढ़ाई जाती है। वर्कशाप के प्रथम तल पर टिन शेड डालकर चैंबर का कंप्रेसर लगा है। गुरुवार को बापू नगर खंदारी का कारीगर सद्दाम छत पर रखे कंप्रेसर से हवा भरने के बाद टायर की घिसाई कर रहा था। इसी दौरान तेज धमाके के साथ कंप्रेसर फट गया। जिससे टिन शेड और दीवार ढह गई। कई कुंतल के लोहे का ढांचा नीचे सड़क पर आ गिरा। कंप्रेसर फटने से उसके टुकड़े तेज गति से इधर-उधर बिखर गए। ये टुकड़े कारीगर सद्दाम के भी लगे। कंप्रेसर की तीव्र हवा और कंप्रेसर के टुकड़े लगने से सद्दाम की मृत्यु हो गई। धमाके से वर्कशाप मालिक साजिश बेहोश हो गया। आसपास की दुकानों में भगदड़ मच गई। धमाके की सूचना पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस पहुंच गई। परिजन ने साजिद को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार और दो घंटे बाद हालत सामान्य होने पर उसे छुट्टी दे दी। इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि मामले में कारीगर सद्दाम के परिजन की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है।
दोपहर बाद होता धमाका तो होती अधिक क्षति
बाजार के लोगों का कहना था कि जिस वर्कशाप में कंप्रेसर फटा, वहां दोपहर बाद लोगों का आवागमन अधिक होता है। वाहनों का आवागमन भी अधिक रहता है। लोहे का कई कुंतल का टुकड़ा गिरा, वहां अक्सर कई गाडिय़ां खड़ी रहती हैं। दोपहर बाद हादसा होता तो जानमाल क्षति अधिक हो सकती थी।
बिना किसी सुरक्षा के चल रहे हैं वर्कशाप
ट्रांसपोर्ट नगर पुराने टायरों पर नई रबर चढ़ाने के एक दर्जन से अधिक वर्कशाप हैं। बाजार के लोगों का कहना है कि अधिकांश वर्कशाप मानकों के अनुसार नहीं है। टायरों को चैंबर में पकाया जाता है। इसके बाद में उनमें रबर चढाई जाती है। चैंबर और मशीनों की गुणवत्ता अच्छी न होने से टायरों को रिट्रेड करने का काम काफी जोखिम भरा रहता है।