पत्नी, प्रेमिका को किए गए थे गिफ्ट
डीसीपी सूरज कुमार राय ने बताया कि लोगों के गुम हुए मोबाइलों को पाने वालों में से किसी से पत्नी को उपहार में दे दिया तो किसी ने प्रेमिका को। लेकिन, पुलिस की कॉल ने उनकी पोल खोल दी। उन्हें बताया गया कि ये मोबाइल किसी और का है, कार्रवाई से बचना है। तो पुलिस के पास पहुंचा दें। उपहार में दिए गए मोबाइल पत्नी और प्रेमिकाओं से लेकर पुलिस को लौटाने पड़े। सोमवार को डीसीपी सिटी की सर्विलांस सेल ने 400 मोबाइल बरामद कर उन्हें वास्तविक मालिकों को लौटाए।
सीईआईआर पोर्टल की ली मदद
किसी का मोबाइल राह चलते तो किसी का ऑटो-बस में गुम हो गया था। पुलिस ने गुम मोबाइलों को तलाशने के लिए सर्विलांस और सीईआईआर पोर्टल की मदद ली। सर्विलांस सेल द्वारा इन मोबाइल का प्रयोग करने वालों को फोन किया तो बड़ी संख्या में तीन दर्जन से अधिक रोचक मामले भी सामने आए। पुलिस टीम ने मोबाइल का इस्तेमाल करने वालों को मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी, इसके बाद ही कार्रवाई के डर से मोबाइलन फोन वापस मिल सके।
चोरी छुपे गर्ल फ्रेंड को दिए मोबाइल
सर्विलांस सेल ने मोबाइल चालू होने पर उसका प्रयोग करने वालों को फोन किया। बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी पत्नी, प्रेमिका और गर्ल फ्रेंड को मोबाइल उपहार में दिए थे। धौलपुर की रहने वाली एक महिला तो पुलिस के फोन के बाद भी यह मानने को तैयार नहीं थी कि पति ने उसे किसी और का मोबाइल उपहार में दिया है।
पार्सल से पुलिस को भेजे मोबाइल
पुलिस ने महिला से कहा कि वह अपने पति से बात कराए। पति को समझाया कि मोबाइल किसी और का है, वापस नहीं करने पर कार्रवाई भी हो सकती है। इसी तरह एक मोबाइल अलीगढ़ की युवती प्रयोग कर रही थी। पुलिस के फोन करने पर बताया कि उसके मित्र ने दिया है। उसे नहीं पता था कि यह किसी और का है। इस तरह के अधिकांश मोबाइल लोगों ने पार्सल से पुलिस को भेजे।
क्रिमिनल्स ने सड़कों से छीनें मोबाइल्स
सर्विलांस की मदद से बरामद किए गए मोबाइल फोन क्रिमिनल्स ने सड़कों से छीने थे, जो बाद में उन्होंने अपनी प्रमिका को गिफ्ट कर दिए। पुलिस ने जब इन मोबाइल्स की लोकेशन ट्रेस की तो पता चला कि ये मोबाइल रोड से छीने गए थे, इनकी कंप्लेन भी दर्ज है। ऐसे मोबाइल को पार्सल के जरिए भेजा गया, क्योंकि उनको डर था कि पुलिस उन्हें अरेस्ट ना कर ले।
पुलिस ने इन स्थानों से बरामद किए फोन
-अलीगढ़
-फिरोजाबाद
-मथुरा
-मैनपुरी
-धौलपुर
-भरतपुर
कार्रवाई पर एक नजर
-एसओजी सर्विलांस की टीम के मेंबर
22
-कितने समय कार्रवाई में मिली सफलता
4 मंथ
-पुलिस ने बरामद किए मोबाइल
400
-बरामद किए मोबाइल फोन की कीमत
76 लाख रुपए
बरामद मोबाइल चार महीने के दौरान गुम हुए थे। जिसकी शिकायत उनके कार्यालय में बने खोया-पाया सेल में लोगों ने की थी। अधिकांश मोबाइल फोन पार्सल से भेजे गए थे। करीब फोर मंथ से टीम के 22 मेंबर इस पर वर्क कर रहे थे।
सूरज कुमार राय,डीसीपी सिटी
मुझे उम्मीद नहीं थी कि मोबाइल फोन मिल जाएगा, ये फोन मैंने अपनी भतीजी को गिफ्ट किया था। जो ऑटो में रह गया था। आज बहुत अच्छा लग रहा है।
गोविद
मोबाइल फोन वाइफ को गिफ्ट किया था, कमला नगर से हरीपर्वत के बीच कहीं गुम हो गया। मोबाइल नया था, एफआईआर की थी, पुलिस का आभार।
अजीत चाहर
हमेशा लोग पुलिस के काम पर सवाल उठाते हैं, लेकिन अक्सर ऐसा नहीं होता है। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मोबाइल वापस मिलेगा। थैक्स डीसीपी सिटी।
पुनीत