आठ महीने पहले शासन में हुई थी शिकायत
शाहगंज के भोगीपुरा स्थित डीसी वैदिक इंटर कॉलेज में सहायक शिक्षक अजयपाल ङ्क्षसह की नियुक्ति को लेकर आठ महीने पहले शासन में शिकायत की गई थी। मामला विधान परिषद में उठने के बाद शिक्षक का वेतन रोक दिया गया था। तत्कालीन डीआइओएस ने अपनी जांच में शिक्षक को क्लीन चिट दी थी। जांच संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक द्वारा की जा रही थी। शिक्षक की फाइल इस वर्ष फरवरी से रुकी हुई थी। आरोप है कि जांच सहायक शिक्षक के पक्ष में करने के लिए 10 लाख रुपए मांगे गए थे।उपलब्ध कराई ऑडियो रिकॉर्डिंग
सहायक शिक्षक अजयपाल ने विजिलेंस को साक्ष्य के रूप में आडियो रिकार्डिंग उपलब्ध कराई है। रिकार्डिंग में संयुक्त शिक्षा निदेशक के स्टेनो देवेंद्र ङ्क्षसह द्वारा साहब को सीधे रकम देकर काम कराने की कहा जा रहा है। रकम में डीआइओएस और वेतन बाबू का भी हिस्सा होना बताया जा रहा है। विजिलेंस टीम डीआईओएस और वेतन बाबू से पूछताछ करेगी। इसके साथ ही संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में तैनात स्टेनो समेत अन्य कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। जिस बाबू के पास सहायक शिक्षक से संबंधित फाइल थी, उससे भी पूछताछ की जाएगी कि इतने लंबे समय से क्यों और किसके निर्देश पर रोके रखी थी? बयानों और पूछताछ के आधार पर विजिलेंस संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच भी करेगी। एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि आरोपी अधिकारी को रविवार मेरठ में एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
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जून में भी घूस मांगने की हुई थी शिकायत
विजिलेंस सूत्रों के अनुसार, सहायक शिक्षक अजयपाल ङ्क्षसह ने इस वर्ष जून में भी अपनी जांच निस्तारित करने के बदले अधिकारी द्वारा 10 लाख रुपये घूस मांगने की शिकायत की थी। तब उसके पास साक्ष्य नहीं था। विजिलेंस ने बिना साक्ष्य कार्रवाई से मना कर दिया था। जिसके बाद सहायक शिक्षक ने स्टेनो से अधिकारी को घूस देने से संबंधित बातचीत का ऑडियो बनाकर 10 दिन पहले विजिलेंस को दिया था। मामला बड़े अधिकारी से जुड़ा होने के चलते शासन से अनुमति के बाद कार्रवाई की गई।
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शिक्षा समेत चार विभागों के भ्रष्टाचारी रडार पर
मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक को घूस लेते गिरफ्तार के बाद अन्य विभाग के अधिकारी भी रडार पर हैं। सूत्रों के अनुसार आगरा जोन में शिक्षा, राजस्व, नगर निकाय और पंचायती राज विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा घूस मांगने की शिकायत विजिलेंस में की गई है। जिनकी जांच की जा रही है। यह लोग विजिलेंस के रडार पर हैं। घूस मांगने की शिकायत की जांच की जा रही है।