आगरा (ब्यूरो)। म्यूचुअल फंड बिजनेस में से जुड़े लोगों के लिए हर वर्ष आयोजित होने वाले कैफेम्यूचुअल बिग लीग अवार्ड इस बार आगरा के अग्रणी कंपनी विभव कैपिटल को मिला है। मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह प्रसिद्ध अवार्ड से कंपनी के निदेशक शलभ गुप्ता विभव को सम्मानित किया गया है।
देशभर से आए थे उद्यमी
अवार्ड सेरेमनी में म्यूचुअल फंड बिजनेस का प्रमुख अवार्ड हासिल करने के बाद विभव कैपिटल के निदेशक शलभ गुप्ता ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को बताया कि यह कैफेम्यूचुअल कॉन्फ्लुएंस का 13वां सीजन था। जो शुक्रवा को मुंबई स्थित ताज सांताक्रूज में आयोजित एक समारोह के दौरान कैफेम्यूचुअल के संस्थापक व सीईओ प्रेम खत्री द्वारा दिया गया, सीईओ ने नार्दन इंडिया में इनवेस्टमेंट के क्षेत्र में शलब गुप्ता विभव के प्रयासों की प्रशंसा की। शलभ गुप्ता ने बताया कि कैफेम्यूचुअल कॉन्फ्लुएंस, म्यूचुअल फंड व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए एक विचार मंच है। हर साल आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में देशभर से 450 से अधिक लोग भाग लेते हैं। इस बार के एडीशन की थीम 'कल की सफलता के लिए स्मार्ट कदमÓ थी। इस अवसर पर शलब गुप्ता की ईशा गुप्ता भी साथ मौजूद थीं।
विभव कैपिटल की बड़ी उपलब्धि
शलभ गुप्ता ने बताया कि विभव कैपिटल ने इंडीविजुअल कैटेगरी में देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं, नार्दन इंडिया में कंपनी पहले स्थान पर है। इस अवसर पर उपस्थित आईपीएफ की अध्यक्ष और प्रसिद्ध लेखिका मोनिका हालन ने विभव कैपिटल की इस उपलब्धि पर शलब गुप्ता विभव को यह पुरस्कार प्रदान करते हुए बधाई दी। एवं कंपनी द्वारा इंडियन इनवेस्टमेंट में किए जा रहे कार्यों पर चर्चा की।
इनवेस्टमेंट पर हुई चर्चा
अवार्ड सेरेमनी के दौरान वैल्यू रिसर्च के सीईओ धीरेंद्र कुमार ने 'रेगुरेटरी सेनेरियो, मुद्रास्फीति और इनवेस्टमेंट की दिशाÓ विषय पर अपना वक्तव्य दिया। इस एचीवमेंट पर शलब गुप्ता विभव ने कैफेम्यूचुअल का आभार जताते हुए कहा कि वे इसी प्रकार निरंतर अपने इनवेस्टर्स को मनी मैनेजमेंट की राह दिखाते हुए इंडियन इकोनॉमी को मजबूत बनाने के लिए प्रयास करते रहेंगे। उपलब्धि पर विभव परिवार और विभव कैपिटल के इनवेस्टर्स ने बधाई दी। कार्यक्रम में प्रशांत देसाई, वेंकट एन चलसानी, डीपी सिंह, शिरीष पटेल, रवि किरण, शैलेश राजभान, गौरव कोचर, सिद्धांत छाबडिय़ा आदि के अलावा म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के सीईओ/सीआईओ, म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर, बैंकर और नेशनल डिस्ट्रीब्यूटर शामिल थे।