इस तरह से करते हैं फ्र ॉड
ये शातिर लोग पहले से ही एटीएम में जा कर कैश प्लेट में काली पत्ती लगा देते थे। इसके बाद जब कस्टमर पैसे निकालने आते थे। तो उनके पैसे निकलते नहीं थे। कस्टमर थोड़ी देर वेट करता और कुछ देर बाद ट्रांजिक्शन फेल मान कर चले जाते। इसके बाद ये शातिर लोग एटीएम जा कर पैसे निकाल लेते थे। एटीएम मशीन खोलने वाली चाबी भी इन्होंने खुद ही बनाई थी। दोनों युवक ग्राहक के एटीएम से बाहर जाने के बाद चाबी से मशीन खोलकर पैसे निकाल लेते थे।

चाबी से हुड खोलकर फंसा देते थे पत्ती

शातिर युवकों ने एटीएम के हुड के ताले की चाबी बना ली थी। जिस विंडो से कैश बाहर आता है। वह अंदर से बंद हो जाता है। इस बारे में युवकों को पहले से ही पता था। कि अगर वह अंदर से बंद हो जाएगा तो ग्राहक की निकाली गई रकम हुड में ही फंस जाएगी। हुड कैश बॉक्स के ऊपरी हिस्से में होता है। वह इसी में पत्ती फंसा देता था। इससे ग्राहक की रकम फंस जाती थी। जिसे बाद में वह निकाल लेते थे।

इस तरह हुआ खुलासा
केनरा बैंक के एक कस्टूमर ने 10 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई कि उसके अकाउंट से कुछ पैसे कटने का मैसेज है, लेकिन पैसे नहीं निकले हैं। शिकायत पर पुलिस ने जब सीसीटीवी चेक किए तो एटीएम में एक संदिग्ध युवक नजर आया जो कैश विंडो में एक पत्ती लगाने के बाद चला गया। शहर में कई एटीएम में इस तरह की एक्टिविटी देखी गईं। पुलिस ने सर्विसलांस की मदद से युवक को ट्रैक कर गिरफ्तार किया।

ये बरतें सावधानी

-पैसा विड्रॉल करने से पहले एटीएम मशीन को अच्छे से चेक कर लें। अगर मशीन के साथ कोई छेड़छाड़ करने जैसा संकेत मिलता है तो पैसा न निकालें।
-सुनिश्चित करें कि जब आप मशीन में एटीएम पिन दर्ज कर रहे हैं तो वह सिर्फ आपकी नजरों के सामने ही हो। ऐसा करने से आपका पिन सुरक्षित रहेगा.
-पैसा निकालने के लिए हमेशा ऐसे एटीएम का इस्तेमाल करना चाहिए, जो बैंक के अंदर हो या फिर उसमें निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हों.
-नियमित तौर अपने बैंक स्टेटमेंट और ट्रांजैक्शन हिस्ट्री को चेक करते रहना चाहिए। अगर उसमें कोई गलत ट्रांजेक्शन दिखता है तो बैंक ब्रांच में उसकी शिकायत करें.
-फ्र ॉड्स के बारे में अवेयर रहें ऐसा कुछ भी होने पर साइबर स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराएं.

एटीएम से पैसा निकालते समय सावधानी बरतें। खासकर सुनसान जगह वाली जगहों वाले एटीएम से पैसा न निकालें। गार्ड वाले एटीएम को प्रमुखता दें। ये कंफर्म कर लें पैसा निकला या नहीं।
सूरज रॉय डीसीपी सिटी