5 कांस्य, 2 रजत पदक किए हासिल
अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता पेंचक सिलाट में डॉ। भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की टीम अमृतसर गई थी। टीम ने अलग-अलग गेम्स में सात मेडल हासिल किए हैं। ये प्रतियोगिता गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर में हुई डॉ। भीमराव अंबेडकर विश्विद्यालय के नाम पांच कांस्य और दो रजत पदक किए, कुलपति प्रो। आशु रानी ने सभी छात्रों के बेहतर भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि पहली बार यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स ने खेल प्रतियोगिता में भाग लिया था। खिलाडिय़ों ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
पेंचक सिलेट क्या है?
पेंचक सिलेट इंडोनेशियाई मार्शल आर्ट है और यह जम्मू-कश्मीर में बेहद लोकप्रिय है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करीब 63 देशों में इस खेल को खेला जाता है। पेंचक सिलेट एक कॉम्बैट और गैर-आक्रामक मार्शल खेल है। जो सामूहिक रूप से इंडोनेशिया से उत्पन्न अलग-अलग शैलियों की मार्शल आर्ट को शामिल करता है। पहली बार डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी ने पहली बार इस प्रतियोगिता भाग लिया है, जिसमें खिलाडिय़ों ने जीत हासिल कर इतिहास रचा है।
लड़ाई के रूप मेें सेल्फ डिफेंस के साधन
पेंचक सिलेट में शरीर के किसी भी हिस्से का इस्तेमाल किया जा सकता है और शरीर के किसी भी हिस्से पर हमला किया जा सकता है। लड़ाई का यह रूप सेल्फ डिफेंस के साधन के रूप में इंडोनेशिया में उत्पन्न हुआ और एक प्रतिस्पर्धी खेल में बदल गया। यह खेल अब देश के कई हिस्सों में खेला जा रहा खेल प्रतियोगिता के मैनेजर सचिन कुमार, कोच डॉ। किरण कश्यप की अहम भूमिका रही, बहीम खान और राहुल ने टीम के खिलाडिय़ों को मोटीवेट कर ऊर्जा प्रदान की।
इस तरह स्टूडेंट्स का ओवरऑल डेवलपमेंट
कुलपति प्रो। आशु रानी ने बताया कि स्टूडेंट््स को पढ़ाई के साथ-साथ खेल प्रतियोगिताओं में भी भाग लेना चाहिए। इससे स्टूडेंट्स ओवरऑल विकास संभव है। डायरेक्टर ऑफ स्पोर्ट्स, डॉ। एसी सक्सेना ने बताया कि टीम ने बहुत हार्डवर्क किया था, यूनिवर्सिटी के खाते में पांच कांस्य और दो रजत पदक आए हैं। आगामी खेल प्रतियोगिता में और बेहतर प्रदर्शन कि या जाएगा। डॉ। ख्वाजा निसात हसन, डॉ। जय दीप शर्मा, डॉ। उरदेव तोमर, डॉ। महेश फौजदार और डॉ। रवि शंकर ने टीम के अथक प्रयासों की सराहना की है।
खिलाडियों ने जीते मेडिल
-मोमिन हुसैन (कांस्य पदक) छलेसर कैंपस, केटेगरी, 90-95
-स्याम सुन्दर (रजक पदक) छलेसर कैंपस, रजक पदक, केटेगरी 75
-दीक्षा शर्मा (कांस्य पदक) छलेसर कैंपस, केटेगरी, 60
-कुमकुम चौधरी (कांस्य पद ) सेंट जॉन्स कॉलेज बीए, केटेगरी, 55
-रिपुदमन सिंह(रजक पदक ) छलेसर कैंपस, कटेगरी, 60
-प्रथम जैसवाल (कांस्य पद ) छलेसर कैंपस, कटेगरी समूह
-प्रिया, बीडीकेएमवी, (कांस्य पद) केटेगरी 75
स्टूडेट्स को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी रचि रखनी चाहिए, इससे स्टूडेंट्स का ओवरऑल विकास संभव है। विजयी खिलाडिय़ों और टीम के कोच, मैनेजर को बधाई।
प्रो। आशु रानी, कुलपति, डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी
डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स कैंपस में पेंचक सिलाट खेल का आयोजन पहली बार किया गया है, अमृतसर यूनिवर्सिटी में टीम ने बहुत बेहतर प्रदर्शन किया है। पांच कांस्य और दो रजत पदक जीत कर टीम ने यूनिवर्सिटी का नाम रोशन किया है।
सचिन कुमार, टीम मैनेजर, डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी
पेंचक सिलेट इंडोनेशियाई मार्शल आर्ट है, पेंचक सिलेट में शरीर के किसी भी हिस्से का इस्तेमाल किया जा सकता है और शरीर के किसी भी हिस्से पर हमला किया जा सकता है। लड़ाई में यह रूप सेल्फ डिफेंस के साधन के रूप में इंडोनेशिया में उत्पन्न हुआ और एक प्रतिस्पर्धी खेल में बदल गया।
किरन कश्यप, टीम कोच, डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी