आडीटोरियम,कक्ष संख्या 38 और 39, शोबिया इंटर कॉलेज की साइंस लैब, लाइब्रेरी औ कई कक्ष धराशायी हुए हैं। इमारतें ढहने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गई है। पढाई के लिए स्थान न होने के कारण अवकाश घोषित कर उन्हें घर लौटा दिया गया।
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आगरा: शिल्पग्राम की दीवार गिरी

आगरा: शिल्पग्राम की दीवार मंगलवार रात हुई वर्षा में गिर गई। शिल्पग्राम में ग्रीन रूम के पीछे 50-60 फीट लंबी और आठ फीट ऊंची दीवार गिरने से वहां खड़े रिक्शे व ठेल टूट गए। कोई जनहानि नहीं हुई। ताज महोत्सव के समय इस तरफ स्थित गेट से कलाकारों के साथ अतिथि प्रवेश करते हैं। क्षेत्रीय निवासियों ने बुधवार को एडीए उपाध्यक्ष एम। अरून्मोली को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि दो-तीन वर्षों में दीवार दो बार गिर चुकी है। दीवार गिरने से जिनके रिक्शे व ठेल टूटी हैं, उनकी सहायता की जाए। अब्दुल रहमान, आसिफ अली, लाला, अख्तर, सलीम आदि मौजूद रहे।
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नाला मंटोला में वर्षा के पानी में बहा युवक

आगरा: बारिश के दौरान मंगलवार रात नाला मंटोला में जलभराव के कारण युवक बह गया। काफी तलाश के बाद भी पता न चलने पर पत्नी ने मंटोला थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है। पुलिस तलाश में जुटी हुई है। मंगलवार रात बारिश के दौरान नाला मंटोला के पास सड़क पर चार फीट से अधिक पानी भर गया। क्षेत्रीय निवासी नीलम ने बताया कि पति रवि मंगलवार रात काम पर से लौट रहे थे। इसी दौरान वो पानी में फंस गए और नाले में बह गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें जानकारी दी है। प्रभारी निरीक्षक मंटोला सत्यदेव ने बताया कि महिला की शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज की गई है। पुलिस टीम उनकी तलाश कर रही है। बुधवार रात तक युवक का पता नहीं चला था। पुलिस परिजनों से जानकारी ले रही है।

मौसम--- गरज के साथ जमकर बरसे बादल

-बुधवार शाम झमाझम बारिश से सराबोर हुआ शहर

-मौसम विभाग के अनुसार 33.5 एमएम वर्षा रिकार्ड

आगरा: शहर में मंगलवार देर रात गरज के साथ बादल जमकर बरसे। बार-बार चमकती आकाशीय बिजली से शहरवासी सहमे नजर आए। बुधवार शाम को शहर में झमाझम वर्षा से शहर सराबोर हो उठा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार गुरुवार को भी बादल छाए रहेंगे। गरज के साथ बौछार पड़ सकती हैं।

शहर में मंगलवार रात एक बजे मौसम में अचानक बदलाव आया। काले बादल घिर आए और बिजली चमकने लगी। कुछ ही देर में वर्षा शुरू हो गई। सुबह चार बजे के करीब वर्षा थमी। बुधवार सुबह बादल छाए रहे, जिससे उमस बढ़ गई। सुबह और शाम आद्रर्ता 95 प्रतिशत तक पहुंच गई। शाम चार बजे के करीब शहर में तेज वर्षा हुई। करीब 45 मिनट तक हुई वर्षा के बाद मौसम सुहाना हो गया। अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य तापमान से अधिक था। मौसम विभाग के अनुसार दिनभर में 33.5 एमएम वर्षा हुई। मौसम विज्ञानी मो। दानिश ने बताया कि गुरुवार को आंशिक बादल छाए रहेंगे। एक या दो बार वर्षा या गरज के साथ बौछार पड़ सकती हैं। छह, सात और आठ सितंबर को भी वर्षा के आसार हैं।

हाईवे की एक लेन में जलभराव, रेंगते रहे वाहन -

- पत्थर घोड़ा से लेकर केके नगर मोड़ और नगरायुक्त के आवास के सामने भरा पानी
- जल निकासी के लिए एनएचएआइ ने लगाए आधा दर्जन टैंकर और तीन पंपसेट

आगरा : नेशनल हाईवे-19 में जल निकासी के इंतजाम फेल हो गए। नगरायुक्त के आवास के सामने और दूसरी लेन की तरफ, पत्थर घोड़ा स्मारक के पास से लेकर केके नगर मोड़ के सामने सहित अन्य क्षेत्रों में सबसे अधिक जलभराव हुआ। सुबह भरे पानी की निकासी शाम को हो पाई। शाम को बारिश से फिर पानी भर गया। जल निकासी के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों ने आधा दर्जन टैंकर और तीन पंपसेट लगाकर जल निकासी की।

नेशनल हाईवे पर जलभराव की मुख्य वजह ठीक तरीके से जल निकासी न होना है। 28 करोड़ रुपये से रुनकता से लेकर वाटरवक्र्स तक हाईवे के दोनों तरफ नाला बनाया गया है। इस साल नाले की ठीक तरीके से सफाई नहीं हुई है। इससे जरा सी बरसात में नाला उफान मारने लगता है। बुधवार सुबह हाईवे पर जगह-जगह जलभराव हो गया। क्षेत्रीय दुकानदार गोपाल ङ्क्षसह ने बताया कि पत्थर घोड़ा से लेकर केके नगर मोड़ के सामने तक जलभराव हुआ है। शाम को फिर से बरसात हो गई। क्षेत्रीय दुकानदार शिव गुप्ता ने बताया कि मरियम का मकबरा के मोड़ और नगरायुक्त आवास के सामने जलभराव हुआ। वहीं रुनकता में इस बार जलभराव नहीं हुआ। दुर्घटना मैनेजर, एनएचएआइ नरेंद्र चौधरी ने बताया कि जल निकासी के लिए टैंकर और पंपसेट लगाए गए।
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प्रसव कक्ष के बाहर और वार्ड में टपकता रहा पानी

-लेडी लायल में प्रसव कक्ष के बाहर पानी टपकने से गर्भवती फिसलने से बचीं
-जिला अस्पताल में वार्ड में भर्ती नहीं किए गए मरीज, एसएन में भरा पानी

आगरा: लेडी लायल जिला महिला चिकित्सालय में बुधवार को प्रसव कक्ष के बाहर पानी टपकता रहा। वहीं, जिला अस्पताल के वार्ड में पानी टपकने पर मरीज भर्ती नहीं किए गए। एसएन में भवनों के ध्वस्त होने से जगह जगह जलभराव हो गया।

लेडी लायल जिला महिला चिकित्सालय के प्रसव कक्ष के बाहर पानी टपकने से गर्भवती को परेशानी हुई। तीमारदार गर्भवती को पकड़ कर प्रसव कक्ष तक ले गए, कई गर्भवती फिसलने से बच गईं। लेडी लायल जिला महिला चिकित्सालय की प्रमुख अधीक्षक डॉ। रचना गुप्ता ने बताया कि प्रसव कक्ष के बाहर मरम्मत कराई गई थी, उसी जगह से पानी टपक रहा है। इसे सही कराया जा रहा है। जिला अस्पताल में वार्ड के अंदर और बाहर पानी टपकने पर नए मरीज भर्ती नहीं किए गए। प्रमुख अधीक्षक डॉ। आरके अरोरा ने बताया कि पुराना भवन है, मरम्मत कराई जाएगी। वहीं, लेडी लायल और एसएन के पुराने भवनों को इंटीग्रेटेड कैंपस के लिए ध्वस्त कर दिया गया है। इससे जगह जगह गड्ढे हो गए हैं। गड्ढों में पानी भर गया, इससे मरीज और तीमारदारों को परेशानी हुई।

लेडी लायल के रैन बसेरा में युवक, युवतियों की आवाजाही
लेडी लायल जिला महिला चिकित्सालय में तीमारदारों के लिए रैन बसेरा बना हुआ है। लेडी लायल परिसर के जर्जर भवन ध्वस्त कर दिए गए हैं, यहां लोग बेरोकटोक आते जाते रहते हैं। रैन बसेरा में रात में युवक युवतियां की आवाजाही को लेकर कर्मचारियों में चर्चा बनी हुई है। प्रमुख अधीक्षक डॉ। रचना गुप्ता ने बताया कि रैन बसेरा के केयर टेकर के रूप में एक कर्मचारी रहता है। इसकी जांच कराई जाएगी।