कार्यालय में कोई प्राइवेट कर्मी तो नहीं
सीडीओ प्रतिभा ङ्क्षसह पहले एआरटीओ कार्यालय पहुंचीं। वहां पर उन्होंने एआरटीओ से पूछा कि कार्यालय में कोई प्राइवेट कर्मी कार्य तो नहीं करता है। उन्होंने मनाकर दिया। इसके बाद उन्होंने रजिस्टर का निरीक्षण किया। यहां से वे रजिस्ट्रेशन विभाग में पहुंचीं। बाबूओं से उनका नाम और कार्य की जानकारी ली। वहां पर रखे दस्तावेजों को चेक किया। इसके बाद वे संभागीय निरीक्षक (आरआई) के कक्ष में पहुंचीं। मौका मुआयना करते हुए लाइसेंसों के बारे में जानकारी की। वे लगभग 30 से 40 मिनट तक कार्यालय में मौजूद रहीं। इस दौरान प्राइवेट कर्मी और एक भी दलाल नजर नहीं आया। उन्हें कार्यालय से जाते ही दलाल कार्यालय में दाखिल हो गए। वहीं प्राइवेट कर्मी भी दौड़कर पहुंच गए और अपना कार्यभार संभाल लिया।
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पहले से थी जानकारी
निरीक्षण के दौरान आरटीओ कार्यालय के माहौल को देखकर लग रहा था कि कर्मचारियों को सीडीओ के निरीक्षण की पहले से जानकारी हो गई थी। सीडीओ प्रतिभा ङ्क्षसह बिना किसी कार्रवाई किए ही वापस लौट गईं।