मंगलवार शाम को मिला था धमकी भरा ईमेल
डीजी कंट्रोल रूम लखनऊ को मंगलवार शाम एक धमकी भरा ई-मेल मिला था। जिसमें खेरिया एयरपोर्ट और कैंट रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकी दी गई थी। पुलिस और मुख्यमंत्री को चुनौती दी कि रोक सको तो रोक लो। पुलिस ने मामले में धौलपुर के थाना बसेड़ी स्थित पुष्पांजलि विहार के आरोपी गोपेश को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने खुद को 10वीं का छात्र और नाबालिग बताया था।
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया प्रपत्रों की छानबीन में आरोपी 10वीं फेल निकला। उसकी आयु 21 वर्ष है। गोपेश ने पुलिस को पूछताछ में बताया बसेड़ी का रहने वाला अमित उसकी ममेरी बहन को करीब छह महीने से परेशान कर रहा था। उसकी फोटो को सोशल मीडिया में वायरल कर रहा था। उसने अमित को समझाने का प्रयास किया। वह नहीं माना तो धौलपुर पुलिस में शिकायत की। वहां पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर उसने आरोपी को अपने स्तर से सबक सिखाने की साजिश रची। एक मित्र से अमित का मोबाइल चोरी कराया। अमित के मोबाइल से फर्जी ईमेल आईडी बनाकर धमकी भरा ईमेल किया। उसे लगा कि मोबाइल अमित होने के चलते उत्तर प्रदेश उसे जल्दी ही खोज निकालेगी। उसे ऐसा सबक सिखाएगी कि वह जीवन भर याद रखेगा। डीसीपी सिटी ने बताया, आरोपी गोपेश को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।
ऐसे गोपेश तक पहुंची पुलिस
गोपेश ने धमकी देने के लिए पूरी साजिश इस तरह रची कि कोई उस तक नहीं पहुंच सके। अमित का मोबाइल चोरी कराने के बाद उसकी सिम से ही छदम नाम से जीमेल आइडी बनाई। बाद में सिम को नष्ट कर दिया। ईमेल करने के लिए गोपेश ने जिस वाईफाई का प्रयोग किया, वह उसके नाम से था। इसी एक सुराग से पुलिस उस तक पहुंच गई। आरोपी का कहना था कि उसने आरडीएक्स के बारे में सुन रखा था, इसलिए धमकी देने में यह प्रयोग किया।यूट््यूब पर खोजा तरीका
गोपेश ने बताया आतंकियों द्वारा धमकी देने वाली भाषा के बारे में उसने यूट््यूब की मदद ली थी। उसे पता था कि धमकी भरा ईमेल भेजने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस अमित को उसके मोबाइल के जरिए खोज निकालेगी और वह बच जाएगा।