आगरा. जन्माष्टमी का पर्व बाल गोपालों के साथ मनाने के साथ आवश्यक है कि उनकी आध्यात्मिक चेतना को जाग्रत भी किया जाए। वर्ग कोई भी हो, लेकिन सनातन और आध्यात्मिक संस्कारों का बीज बाल्यावस्था में ही पड़ जाना चाहिए। इस उदृेश्य के साथ गठित हुए तपस्या फाउंडेशन ने अपना पहला कार्यक्रम दो दिवसीय जन्माष्टमी उत्सव के रूप में मनाया।
भक्तिमय भजनों से सभी मंत्र मुग्ध
मंगलवार को आनंदी भैरों रोड, दयालबाग स्थित श्रीमहाकालेश्वर मंदिर में उत्सव के अन्तर्गत नंदोत्सव की धूम रही। दीप प्रज्जवलन एवं ठाकुर को पालना झूलाने के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। भजन गायक हिमांशु कपूर ने अपने भक्तिमय भजनों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। आज तो बधाइयां बाजे नंद भवन में, वृंदावन की कुंज गलिन में खुशबू बिहारी जी की आती है। जैसे भजनों को हिमांशु ने अपने स्वर दिए।
आध्यात्मिकता की कमी से बढ़ रहे अपराध
संस्थापक अध्यक्ष पूजा खिलवानी (कृष्ण सखी) ने बताया कि समाज में बढ़ते अपराध का एक सबसे बड़ा कारण आध्यात्मिकता की कमी है। बच्चों को वापस गुरुकुल पद्वति पर तो नहीं ला सकते किंतु उनमें वो ही संस्कार तो डाल सकते हैं। बच्चों को सुशिक्षित करने के लिए मंदिर परिसर में ही योग एवं ध्यान की कक्षाएं आरंभ होंगी। इस अवसर पर पूरन डावर, नितिन कोहली, कुलदीप ठाकुर, हिमांशु ठाकुर, राजीव वर्मा, पंडित जुगल श्रोत्रिय, नितिन सेठी, सचिन चर्तुवेदी, प्रदीप द्विवेदी, अरविंद द्विवेदी, युवराज द्विवेदी, निखिल तिवारी, अजय पांडे उपस्थित रहे।