आगरा (ब्यूरो)। स्टूडेंट्स के ओवरऑल विकास के लिए प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल सदैव ही अग्रणी रहता है। इसी श्रृंखला में 5 अक्टूबर को स्कूल में रात्रि शिविर (ओवरनाइट कैंप) का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य विद्यार्थियों के अंदर आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास, परस्पर सहयोग, प्रेम तथा भाईचारे की भावना का विकास करके उनके व्यक्तित्व को निखारना है। यह शिविर दोपहर 2. 30 बजे से सुबह 10.30 बजे तक कक्षा नर्सरी, से कक्षा 10 तक के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 650 से अधिक विद्यार्थी अपने अभिभावकों के बिना विद्यालय परिसर में रहे। शिविर में छात्रों के साथ ही विद्यालय के प्राचार्य, समस्त शिक्षकगण, शिक्षणेत्तर कर्मचारी, विद्यालय के डॉक्टर नर्स एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विद्यालय परिसर में रहे।
शिविर में प्रतियोगिता का आयोजन
शिविर का प्रारंभ तरणताल से जुड़ी वार्षिक तैराकी प्रतियोगिताओं (पूल बैश) से हुआ। प्रतियोगिताएं दो वर्गों में आयोजित हुई। कनिष्ठ वर्ग में कक्षा नर्सरी से पांच तक तथा वरिष्ठ में क्लास छह से दस तक के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। सभी प्रतिभागियों ने बहुत ही उमंग व जोश के साथ तैराकी का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में विजयी छात्रों को विद्यालय के निदेशक डॉ। सुशील गुप्ता, प्राचार्य अरविंद श्रीवास्तव ने पुरस्कृत किया, उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मनोरंजन के साथ खेल रास गरबा
इसके साथ ही शिविर में कठपुतली शो, रास गरबा, हेमा क्विज, डेकोरेटिव हैंडराइटिंग, पेंसिल शेडिंग कलर कंपटीशन, म्यूजिकल चेयर,विज्ञान तथा सामाजिक विज्ञान पर आधारित परियोजना कार्य व अनेक मनोरंजक खेलों का आयोजन किया गया। रात्रि शिविर का मुख्य आकर्षण रास गरबा रहा, जिसमें क्लास तीन से दस तक के सभी स्टूडेंटस व टीचर्स ने सामूहिक रूप से गरबा किया। विद्यार्थियों के खेलों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी इन सभी खेलों का आनंद लिया।
स्टूडेंटस के लिए यादगार के रहे पल
इस अवसर पर कक्षा नर्सरी से पांच तक के विद्यार्थियों ने रचनात्मक कल्पना शक्ति पर आधारित विभिन्न गतिविधियों का प्रदर्शन किया, जिसके अंतर्गत उन्होंने पेंसिल शेडिंग तथा कलरिंग कंपटीशन में भाग लिया। कक्षा नौ और दस के विद्यार्थियों ने विभिन्न मॉडल बनाए। इन मॉडल्स के माध्यम से विद्यार्थियों में रचनात्मक, सृजनात्मक,चिंतनशीलता, विश्लेषण क्षमता, तर्क शक्ति का विकास आदि विभिन्न कौशलों का संवर्धन हुआ। स्कूल के निदेशक डॉ। सुशील गुप्ता और प्राचार्य अरविंद श्रीवास्तव ने सभी की प्रस्तुतियों की सराहना की। फिनाले गीत के साथ उल्लासपूर्वक शिविर का समापन हुआ। इस शिविर से जुड़ी यादगार स्टूडेंट्स के लिए सदैव रहेंगी अविस्मरणीय।