आगरा( ब्यूरो) ताजमहल को कृत्रिम प्रकाश में रोशन कर रात में खोलना शहर के पर्यटन कारोबार में परिवर्तन लाने वाला साबित हो सकता है। राज्य सरकार ने गुरुवार को ताजमहल को कृत्रिम प्रकाश में रोशन करने व रात 11 बजे तक खोलने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया। इससे मामला अब केंद्र सरकार के पाले में पहुंच गया है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अब यह जिम्मेदारी बनती है कि वह शहर के वर्षों पुराने ख्वाब को पूरा करने का बीड़ा उठाएं। ताजमहल रात में खुलता है तो शहर के पर्यटन की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी।

आठ नवंबर को पर्यटन मंत्री आए थे आगरा

जिले के प्रभारी मंत्री व पर्यटन मंत्री जयवीर ङ्क्षसह आठ नवंबर को आगरा आए थे। केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो। एसपी ङ्क्षसह बघेल ने उन्हें रात 11 बजे तक ताजमहल को कृत्रिम प्रकाश में खुलवाने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने माह में पूर्णिमा पर पांच दिन रात में खुलने वाले ताजमहल को प्रतिदिन खुलवाने का सुझाव दिया था, जिससे आगरा में पर्यटकों का रात्रि प्रवास बढऩे की बात कही थी। प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर ङ्क्षसह ने पर्यटन को बढ़ावा देने वाले मुद्दे को प्रमुखता से लेते हुए गुरुवार को केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र ङ्क्षसह शेखावत को ताजमहल को कृत्रिम प्रकाश में रोशन कर रात 11 बजे तक खोलने का प्रस्ताव भेज दिया। प्रस्ताव में कहा गया है कि ताजमहल, देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने वाला महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। प्रतिवर्ष विश्व के लाखों पर्यटक इसे देखने के लिए आते हैं। यदि रात 11 बजे तक कृत्रिम प्रकाश में इसे पर्यटकों के लिए खोला जाए तो निश्चित रूप से यह और पर्यटकों को आकर्षित करेगा। पर्यटकों का रात्रि प्रवास बढऩे से स्थानीय व्यापार और रोजगार के लिए अवसर बढऩे से राजस्व में भी वृद्धि होगी। प्रदेश के पर्यटन मंत्री ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से ताजमहल को कृत्रिम प्रकाश में खुलवाने को अनापत्ति दिलाने व अग्रिम कार्रवाई अपने स्तर पर शीर्ष प्राथमिकता से कराने का अनुरोध किया है।


वर्तमान में यह है व्यवस्था
ताजमहल में वर्ष 1983 तक पूर्णिमा पर रात्रि दर्शन में किसी तरह की पाबंदियां नहीं थीं। सुरक्षा कारणों से वर्ष 1984 में ताज रात्रि दर्शन को बंद कर दिया गया था। नवंबर, 2004 में सुप्रीम कोर्ट ने रात्रि दर्शन पुन: शुरू करने का आदेश किया। रात्रि दर्शन शुरू तो हुआ, लेकिन कई प्रतिबंध लागू हो गए। वर्तमान में पर्यटक वीडियो प्लेटफार्म से ही चांदनी रात में ताजमहल देख पाते हैं, जबकि पूर्व में वह मुख्य मकबरे तक जाते थे। एक दिन में आधा-आधा घंटे के आठ स्लाट में 50-50 के बैच में 400 पर्यटकों को ही प्रवेश की अनुमति है, जबकि पूर्व में पर्यटकों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं था।

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ताजमहल को कृत्रिम प्रकाश में रोशन किए जाने पर उसकी आभा विश्व के सामने आएगी। विश्व में जब अन्य स्मारकों को रोशन कर सकते हैं तो ताजमहल को भी किया जाए। इससे आगरा आने वाले पर्यटकों की संख्या में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी।
अटल सरन भार्गव, महाप्रबंधक होटल रेडिसन

ताजमहल को कृत्रिम प्रकाश में रोशन किए जाने पर गर्मियों में रहने वाले आफ सीजन में भी यहां पर्यटक आना पसंद करेंगे। पहले की अपेक्षा तकनीक काफी बदल चुकी है। एएसआइ को ताजमहल को रात में रोशन करने को विशेषज्ञ एजेंसी से सर्वे कराना चाहिए.-
अमीरूद्दीन, उपाध्यक्ष रायल ग्रुप आफ होटल

आगरा में रात में घूमने के लिए कोई स्थल नहीं है। ताजमहल रात्रि दर्शन की हमेशा मांग रहती है। इसे रात में रोशन करने से पर्यटकों के लिए रात्रि पर्यटन आकर्षण बढ़ेगा। यहां रात्रि प्रवास दोगुणा हो जाएगा। ताजमहल को रात में खोलने को वैज्ञानिक अध्ययन कराया जाना चाहिए।
अखिलेश दुबे, सचिव टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा

ताजमहल अगर रात में कृत्रिम प्रकाश में खुलता है तो यहां रोजगार भी बढ़ेगा। ताज रात्रि दर्शन के लिए पर्यटक रात्रि विश्राम भी करेंगे, जिससे होटल इंडस्ट्री को फायदा होगा। ताजमहल मेट्रो स्टेशन से शाहजहां गार्डन होकर ताजमहल जाने वाले मार्ग पर स्ट्रीट बाजार लगाया जाए.-
अरशद रब, आरटीआई कार्यकर्ता