आगरा (ब्यूरो)। शंखनाद और उद्घोषों के बीच सियाराम जब वीर हनुमान संग नगर भ्रमण पर निकले, तो श्रद्धालु निहाल हो गए। उनकी मनोहारी छवि निहार उन पर पुष्पवर्षा की गई और हाथों में दीपों का थाल लेकर उनकी आरती उतारी गई। अपने रथ पर अनुज लक्ष्मण संग विराजमान प्रभु श्रीराम की एक झलक पाने को श्रद्धालु देर रात्रि तक मार्ग में जुटे रहे। शनिवार को यह ²श्य दिखा प्राचीन दशहरा शोभायात्रा में, जो लोहामंडी, जटपुरा स्थित श्रीराम चंद्र जी महाराज मंदिर से निकाली गई।
शोभायात्रा में 50 आकर्षक झांकियां शोभा बढ़ा रही थीं। इनमें हाथ में तलवार और रक्त से भरा कटोरा लिए राक्षकों का वध करतीं मां काली, कालिया नाग मर्दन कर नृत्य करते श्रीकृष्ण, पंचमुखी हनुमान, तांडव करते भगवान शिव, महाकाल, गोवर्धन लीला, मां वैष्णो देवी आदि की झांकियों के आगे श्रद्धालु शीश झुकाते दिखे। टी-20 वल्र्ड कप में भारत की शानदार जीत के साथ बालिका शिक्षा और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने जैसे सामाजिक विषयों की झांकियां भी आकर्षण का केंद्र रहीं। अंत में अनुज लक्ष्मण संग श्रीराम का डोला, जिनके आगे वानर सेना रावण सेना से युद्ध करते चल रही थी।
ढोल-नगाड़े और बैंडबाजे भक्तिमय गीतों की स्वर लहरियों पर सजीव युद्ध देखकर हर कोई रोमांचित हो रहा था। शोभायात्रा तोता का ताल, लोहामंडी बाजार, राजामंडी, एमजी रोड होते हुए सेंट जोंस चौराहा पहुंची। प्रभु श्रीराम व लक्ष्मण की आरती केंद्रीय पंचायत राज राज्यमंत्री प्रो। एसपी ङ्क्षसह बघेल, सुरेशचंद गर्ग, मुकेश जैन, ङ्क्षरकेश अग्रवाल, आयोजन समिति के अध्यक्ष विनय अग्रवाल ने की। अध्यक्ष विनय अग्रवाल, महेंद्र खंडेलवाल, राहुल चतुर्वेदी, कार्यकारी अध्यक्ष तरुन ङ्क्षसह, शरद चौहान, राजपाल यादव, हेमंत प्रजापति, राजगद्दी प्रभारी गुरु कपूर, सर्व व्यवस्था प्रमुख रामदास कटारा ने व्यवस्था संभाली।
रावण के 70 फीट के पुतले का हुआ दहन
सेंट जोंस चौराहा स्थित वैश्य बोर्डिंग हाउस पर आयोजित दशहरा महोत्सव में 70 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। मुख्य संरक्षक हेमेंद्र कुलश्रेष्ठ ने बताया कि उद्घाटन सुरेश चंद गर्ग ने किया। अध्यक्ष राजीवकांत लवानियां ने बताया कि मुख्य अतिथि केंद्रीय पंचायती राज राज्यमंत्री प्रो। एसपी ङ्क्षसह बघेल और उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने समाज में फैली प्रदूषण, अराजकता जैसी बुराइयों के नाश का संकल्प दिलाया। मेला संयोजक जुगल चतुर्वेदी ने बताया कि रावण दहन से पूर्व महोत्सव में वृद्धजन सम्मान किया गया। इसमें विशंभर दयाल वर्मा, शिवदेवी वर्मा, शांति बघेल का सम्मान कुमुद प्रभा अग्रवाल ने किया।