आगरा (ब्यूरो)। दीपावली पर गुरुवार शाम को 8 वर्षीय बच्ची को अगवा कर हत्या कर दी गई। शुक्रवार सुबह मलपुरा क्षेत्र में दक्षिणी बाईपास पर नहर किनारे बच्ची का शव बोरे में बंद मिला। हत्यारोपियों ने बालिका के मुंह में कागज और नमकीन का रैपर ठूंस दिया था। परिजन दुष्कर्म और तंत्र-मंत्र के बाद हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस पर समय से कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। गुस्साए ग्रामीणों ने दक्षिणी बाईपास पर जाम लगा दिया। जिससे बाइपास पर दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। पुलिस अधिकारियों ने जल्द पर्दाफाश का आश्वासन दिया। चार घंटे बाद बालिका का शव उठा।

घर से खेलने गई थी
थाना मलपुरा क्षेत्र के एक गांव में तीसरी कक्षा में पढऩे वाली बालिका दीपावली की शाम पांच बजे घर के सामने चामुंडा माता मंदिर पर खेलने गई थी। बालिका ने मंदिर में आए भिक्षुक की आलू और आटा रखवाने में मदद की। शाम 5:30 बजे भिक्षुक गांव से चला गया। उसके 15 मिनट बाद बालिका भी लापता हो गई। परिजन ने मुख्य मार्ग पर लगे सीसीटीवी को चेक किया, उसमें 5:45 बजे बालिका गांव से बाहर सड़क पर जाती हुई दिखाई दे रही थी। उसके पीछे भिक्षुक भी दिख रहा था। अनहोनी की आशंका पर रात आठ बजे परिजन ने पुलिस बालिका के गायब होने की सूचना दी। परिजन के साथ पुलिस भी बालिका की तलाश में जुटी थी।

शरीर पर नहीं था कपड़ा
शुक्रवार सुबह नौ बजे दक्षिणी बाईपास पर नहर किनारे गड्ढे में परिजन को बंद बोरा दिखाई दिया। शक होने पर खोला तो उसमें बालिका का शव था। उसके मुंह में नमकीन का रेपर और कागज ठूंसा हुआ था। शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। जबकि घर से निकलते समय वह काली पैंट और टी शर्ट पहने थी। गले और चेहरे पर चोट के निशान थे। स्थिति दुष्कर्म के बाद हत्या की ओर इशारा कर रही थी। शव देख परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने शव बोरी से बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं करने दिया। इस पर ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। पुलिस का कहना था कि फोरेंसिक टीम आने पर वह बोरी से साक्ष्य एकत्रित करेगी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस परिजन की मर्जी के विरुद्ध शव को वहां से ले जाने का प्रयास कर रही थी। ग्रामीणों ने चार घंटे तक शव को उठने नहीं दिया। मौके पर पहुंचे एसीपी खेरागढ़ इमरान अहमद और एसीपी सैंया देवेश कुमार के समझाने पर ग्रामीणों ने शव उठाने दिया।