आगरा: (ब्यूरो)। Agra Crime News: सुबह ईमानदारी की शपथ लेकर शाम को जुआ लूटने वाले ट्रांस यमुना चौकी प्रभारी योगेश कुमार के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। चौकी प्रभारी फरार हो गया है। वहीं, रविवार सुबह जांच के दौरान निलंबित दरोगा आशीष पुंढीर एत्माद्दौला थाने में गिरकर बेहोश गया। उसे दिल्ली गेट स्थित पुष्पांजलि हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। दरोगा का रक्तचाप बढ़ गया था। निलंबित किए आरक्षियों का कहना था कि वह सिर्फ जुआरियों को पकड़कर चौकी पर लाए थे।
एत्माद्दौला थाने में ली ईमानदारी की शपथ
एत्माद्दौला थाने में पुलिसकर्मियों ने शनिवार सुबह ईमानदारी की शपथ ली थी। शाम को थाने के आरक्षी विशाल राठी और कपिल कुमार ने फेज-एक ट्रांस यमुना कॉलोनी में अमित जाट के घर पर दबिश दी थी। मौके से अमित जाट, महेश, गुल्ला पौनिया और सोनू को पकड़ करके ट्रांस यमुना पुलिस चौकी पर लेकर आए थे। कुछ देर बाद चारों को छोड़ दिया। आरोप लगा कि पुलिस ने फड़ पर मिली रकम लूटी और आरोपियों को भी वसूली के बाद छोड़ा। मामला संज्ञान में आने पर डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने शनिवार रात में ही चौकी प्रभारी ट्रांस यमुना योगेश कुमार, दरोगा आशीष पुंढीर, आरक्षी विशाल राठी और कपिल कुमार को निलंबित कर दिया था।
एत्माद्दौला थाने प्रकरण की जांच करने पहुंचे
एसीपी छत्ता हेमंत कुमार रविवार सुबह 10:30 बजे एत्माद्दौला थाने प्रकरण की जांच करने पहुंचे। आरक्षियों कपिल कुमार और विशाल राठी ने अपने बयान में कहा कि वह चारों आरोपियों को चौकी पर पकड़कर लाए थे। आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई चौकी प्रभारी को करनी थी। उन्हें नहीं पता कि चौकी प्रभारी और आरोपियों के बीच क्या बातचीत हुई थी। दारेागा आशीष पुंढीर ने कहा कि वह चौकी प्रभारी नहीं है। कार्रवाई का अधिकार उसे नहीं है। वह किसी अधिकारी से शिकायत करता तो कार्रवाई उसके विरुद्ध होती.इसलिए वह शांत रहा। दरोगा का कहना था कि उसे बलि का बकरा बनाया गया है। आरोपियों को पकडऩे-छोडऩे और वसूली के जो आरोप लग रहे हैं इसमें उसकी कोई भूमिका नहीं है।
दरोगा हॉस्पिटल में एडमिट
एसीपी ने कहा कि मामले में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। यह कहकर वह बाहर आ गए.इसी दौरान दरोगा आशीष पुंढीर गश खाकर थाने में गिर गए। यह देख पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। वह दरोगा को ट्रांस यमुना में गोयल अस्पताल लेकर गए। डाक्टर ब्लड प्रेशर चेक किया तो वह बहुत अधिक था.दरोगा को आइसीयू में भर्ती कराया गया। इसके बाद दिल्ली गेट स्थित पुष्पांजलि हास्पीटल में रेफर कर दिया। यहां डाक्टरों ने दरोगा को 13 घंटे निगरानी में रखने को कहा है। वही, अमित जाट की तहरीर पर एत्माद्दौला थाने मे ट्रांस यमुना चौकी प्रभारी योगेश कुमार के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुकदमा दर्ज होते ही चौकी प्रभारी फरार
अपने विरुद्ध मुकदमा दर्ज होने की भनक लगने पर निलंबित चौकी प्रभारी योगेश कुमार फरार हो गए हैं। मुकदमा दर्ज कराने वाले अमित जाट ने लिखा है कि वह अपने तीन मित्रों के साथ घर के बरामदे में शराब पी रहा था। चारों लोग ताश भी खेल रहे थे। पुलिसकर्मियों को देख वहां से भागने लगे तो चारों को पकड़ लिया। आरक्षी उन्हें चौकी पर लेकर पहुंचे। उससे 20 हजार रुपए वसूलने के बाद चौकी प्रभारी ने छोड़ा। मुकदमे में फड़ से लूटी रकम का जिक्र नहीं किया गया है। वह यह लिखता कि जुआ खेल रहा था तो खुद भी आरोपी बन जाता। इसलिए तहरीर में लिखा कि वह ताश खेल रहे थे।
मुकदमे पर उठ रहे सवाल
पुलिस ने अमित जाट की तहरीर पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। इसमें कहीं ताश खेलने का भी जिक्र नहीं है। 20 हजार रुपये वसूलकर चौकी से छोड़े जाने का जिक्र है। जबकि सूत्रों का कहना है कि मौके से ढाई लाख रुपए की बरामदगी हुई थी। इस रकम का मुकदमे में कोई जिक्र नहीं है।