एनजीटी के चेयरपर्सन न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव, न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य डॉ। ए। सेंथिल वेल ने याचिका पर 13 अगस्त को सुनवाई की थी, जिसका आदेश बुधवार को एनजीटी की वेबसाइट पर अपलोड हुआ। वादी डॉ। देवाशीष भट्टाचार्य ने नगर निगम और नूरी दरवाजा पेठा एसोसिएशन को प्रतिवादी बनाने को प्रार्थना पत्र दिया। एनजीटी ने याचिका का अवलोकन करते हुए यह पाया कि नूरी दरवाजा पेठा एसोसिएशन पहले से ही 10वें क्रमांक पर प्रतिवादी है, लेकिन उसका पता गलत है। वादी को पेठा एसोसिएशन को प्रतिवादी बनाने और नगर निगम को 11वें प्रतिवादी के रूप में शामिल करने की अनुमति एनजीटी ने प्रदान करते हुए तीन दिन में आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए। एनजीटी ने सभी प्रतिवादियों को सुनवाई की अगली तिथि से एक सप्ताह पूर्व हलफनामा दाखिल करने को कहा है।
वाद में यह हैं प्रतिवादी
प्रमुख सचिव पर्यावरण, चेयरमैन स्टेट इन्वायरमेंटल इंपेक्ट असिस्मेंट अथारिटी, चेयरमैन उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, चेयरमैन एडीए, चेयरमैन ताज ट्रेपेजियम जोन अथारिटी, डीएम, पुलिस आयुक्त, सचिव उद्योग निदेशालय, सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड, नूरी दरवाजा पेठा एसोसिएशन और नगर निगम।
यह था मामला
डॉ। देवाशीष भट्टाचार्य ने वर्ष 2015 में एनजीटी में याचिका दाखिल की थी। उन्होंने नूरी दरवाजा में स्थित पेठा इकाइयों से होने वाले प्रदूषण और पेठा वेस्ट का निस्तारण खुले में किए जाने से होने वाली समस्या के निदान की मांग की थी। एनजीटी ने नूरी दरवाजा पेठा एसोसिएशन को प्रतिवादी नहीं बनाए जाने पर दो अगस्त, 2016 को याचिका और 26 अगस्त, 2016 को पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया था। वादी ने इसके बाद वर्ष 2016 में ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। 23 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने वादी द्वारा नूरी दरवाजा पेठा एसोसिएशन को प्रतिवादी बनाने की सहमति दिए जाने पर एनजीटी को याचिका को बहाल करते हुए सुनने के निर्देश दिए थे।
बॉक्स में
ये भी हुई थी व्यवस्था
गत वर्षो में नगर निगम के सहयोग से सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट संस्था द्वारा पेठा वेस्ट को गोशालाओं में भेजने को लेकर करार हुआ था। इसके लिए संस्था द्वारा एक वर्कशॉप की गई थी। लेकिन व्यवस्था परवान नहीं चढ़ सकी। शहर में मौजूदा समय में 130 पेठा इकाइयां कार्यरत हैं। इनको जीओ टैंगिंग से कनेक्ट करने की बात कही गई थी।
हर दिन निकलता है 17 टन वेस्ट
शहर में हर दिन 17 टन पेठा का वेस्ट निकलता है। बता दें कि एक किग्रा। पेठा तैयार करने में 400 ग्राम वेस्ट निकलता है।