आगरा: कैंट की अंजली शर्मा का तीन माह पूर्व ट्रेन से सफर के दौरान मोबाइल फोन गुम हो गया था। जीआरपी कंट्रोल रूम से अंजली के पास फोन पहुंचा। मोबाइल फोन मिलने की जानकारी दी गई। शुक्रवार को एसपी रेलवे विपुल कुमार श्रीवास्तव ने अंजली को मोबाइल फोन दे दिया। मोबाइल मिलने पर अंजली की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। खेत्रपाल ङ्क्षसह का मोबाइल एक साल पहले गुम हो गया था। खेत्रपाल ने बताया कि मोबाइल वापसी की उम्मीद खत्म हो गई थी, लेकिन जीआरपी के प्रयास से मोबाइल मिल गया। जीआरपी लाइन में 470 मोबाइल का वितरण किया गया। फरवरी से जुलाई तक यह मोबाइल विभिन्न ट्रेनों और प्लेटफॉर्म से चोरी या फिर गुम हुए थे। इनकी कुल कीमत 94 लाख रुपए है।

सर्विलांस टीमों को लगाया गया
एसपी रेलवे विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि परिक्षेत्र में अधिकांश मामलों में मोबाइल चोरी पैसेंजर्स की लापरवाही से हुए हैं। पैसेंजर्स चार्जिंग में मोबाइल को लगाकर पास खड़े रहते हैं, लेकिन पलक झपकते हुए यह चोरी हो जाता है। मोबाइल गुम होने की जो भी घटनाएं सामने आईं। उनकी धरपकड़ के लिए सर्विलांस टीमों का गठन किया गया था। यात्री सविता देवी ने बताया कि छह माह पहले छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से सफर के दौरान मोबाइल गुम हुआ था। मोबाइल अब मिला है। पैसेंजर किशोर कुमार ने बताया कि 9 महीने पहले मोबाइल चोरी हुआ था। मोबाइल दोबारा मिलेगा, यह उम्मीद नहीं थी। इसी के चलते नया मोबाइल खरीद लिया था। उपाधीक्षक रेलवे नजमुल हुसैन, प्रभारी सर्विलांस अमित कुमार, विजय पाल, उमरवीर, प्रवेश शर्मा, आशीष कुमार मौजूद रहे।

अवैध वेंडरों के विरुद्ध लगातार चलाएं अभियान
एसपी रेलवे विपुल कुमार श्रीवास्तव ने शुक्रवार को आगरा कैंट और फोर्ट स्टेशन का निरीक्षण किया। महिला हेल्प डेस्क, विजिटर रजिस्टर को चेक किया। सफाई व्यवस्था में सुधार पर जोर दिया। एसपी रेलवे ने अवैध वेंडरों के विरुद्ध अभियान चलाने पर जोर दिया। कहा कि जो भी लंबित विवेचना हैं, उनका जल्द निस्तारण किया जाए।