आगरा (ब्यूरो)। पटना में सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल हत्याकांड में पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। मंगलवार को आगरा पहुंची पटना पुलिस की टीम ने कारोबारी के परिजन से किसी तरह की रंजिश के बारे में जानकारी ली। परिजन ने किसी से भी अपनी रंजिश होने से इन्कार किया। इसके बाद पटना पुलिस ने एमएम गेट थाने का पुराना रिकार्ड खंगाला। किनारी बाजार में कारोबारी की फर्म पर गई। कोतवाली में बुलाकर सराफा कारोबारी धन कुमार जैन के भी बयान लिए। हरीपर्वत क्षेत्र में पाश कॉलोनी परिणय कुंज निवासी 55 वर्षीय अवधेश अग्रवाल की 27 अक्टूबर की रात पटना में कार्यालय से घर आते समय अपार्टमेंट की सीढिय़ों पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटनास्थल से भागते शूटरों का सीसीटीवी फुटेज पटना पुलिस को मिला था। थाना पीरबहोर से तीन उप निरीक्षकों तफजील अहमद, दिलीप कुमार और विकास शर्मा की टीम आगरा आई है। मंगलवार दोपहर 12 बजे परिणय कुंज पहुंची। कारोबारी के बेटे अमित अग्रवाल और अन्य परिजन से पूछा कि उनकी किसी तरह की रंजिश तो नहीं थी। परिजन ने बताया कि उन्हें नहीं पता। अनुरोध किया कि पुलिस हत्याकांड का पर्दाफाश कर हत्यारोपितों को जल्द पकड़े। पुलिस टीम घर पर एक घंटे तक रही, परिजन से विस्तृत पूछताछ की। इसके बाद दोपहर दो बजे एमएम गेट थाने पहुंची। यहां वर्ष 2015 का पुराना रिकार्ड खंगाला। जिसमें चांदी कारोबारी धन कुमार जैन पर हुए जानलेवा हमले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने अवधेश अग्रवाल को भी आरोपी बनाया था.टीम ने चांदी कारोबारी धन कुमार जैन से एमएम गेट पुलिस के माध्यम से संपर्क किया। इसके बाद टीम नूरी गेट स्थित कारोबारी के चांदी कारखाने पहुंची। कारखाना बंद होने पर पुलिस जैन पैलेस, किनारी बाजार पहुंची। जैन पैलेस में अवधेश अग्रवाल की फर्म श्री गिर्राज जी आर्नामेंट पहुंची। यहां बाजार के लोगों से भी बातचीत की। पटना पुलिस ने कोतवाली थाने में करीब आधा घंटे तक चांदी कारोबारी धन कुमार जैन के बयान लिए। चांदी कारोबारी जैन ने टीम को बताया कि वर्ष 2015 में उन पर हमला हुआ था। जिसका पर्दाफाश पुलिस ने किया था। उक्त घटना के बाद से अवधेश अग्रवाल और उनकी बातचीत बंद थी। हालांकि कई कार्यक्रमों में दोनों का आमना-सामना हुआ, लेकिन कोई बात नहीं होती थी। उनके बीच किसी तरह का विवाद नहीं था। टीम बुधवार को भी आगरा में रहेगी।

सुबह पांच बजे घर पहुंचा शव
सराफा कारोबारी का शव मंगलवार सुबह पांच बजे परिणय कुंज स्थित उनके आवास पर पहुंचा। दोपहर 12 बजे परिजन ने ताजगंज शमशान घाट पर कारोबारी का अंतिम संस्कार किया। शहर के तमाम व्यापारिक और वैश्य संगठनों के लोग भी अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे।