नहीं मिला इलाज, मरीज रहे परेशान
सुबह 11 बजे एसएन मेडिकल कॉलेज के रजिस्ट्रेशन कक्ष के बाहर जमीन पर सीटी स्कैन हाथ में लेकर बैठे फर्रुखाबाद के रहने वाले उमेश चंद्र कराह रहे थे। निजी क्लीनिक बंद होने पर एसएन की ओपीडी पहुंचे, यहां भी इलाज नहीं मिला। एटा से आए विनीत कुमार इलाज के लिए कई घंटे भटकने के बाद एसएन पहुंचे। उनके गले में संक्रमण था, आवाज नहीं निकल रही थी। इलाज ना मिलने पर लौट गए। बेचैनी और घबराहट होने पर इलाज के लिए आए खंदौली के रहने वाले गुड्डू शर्मा देहली गेट स्थित क्लीनिक के चक्कर लगाते रहे लेकिन कहीं डाक्टर नहीं मिले.दोपहर 12 बजे एसएन की ओपीडी खाली थी, डाक्टर चैंबर में सीनियर रेजीडेंट बैठे हुए थे। आइएमए, आगरा की सुबह छह बजे से हड़ताल शुरू होने के कारण क्लीनिक, लैब और रेडियोडायग्नोस्टिक सेंटर नहीं खुले। निजी क्लीनिक पर इलाज न मिलने के कारण मरीज एसएन मेडिकल कालेज पहुंच गए। यहां सुबह 10 बजे जूनियर डाक्टर नारेबाजी करते हुए पहुंचे। रजिस्ट्रेशन कक्ष के बाद ओपीडी में पर्चे बनाने के लिए किए गए वैकल्पिक व्यवस्था को भी बंद करा दिया। दवा वितरण कक्ष का ताला बंद कर चाबी ले ली। स्त्री रोग, बाल रोग, मनोरोग, टीबी एंड चेस्ट विभाग की ओपीडी में मरीजों को इलाज दिया गया। जिला अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों से मारपीट के कारण करीब एक घंटे तक ओपीडी बंद रही, ऐसे में निजी क्लीनिक में इलाज न मिलने पर जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे मरीजों को बिना इलाज के लौटना मिला।
तीन हजार मरीज लौटे
एसएन मेडिकल कॉलेज में ओपीडी के बाहर जूनियर डाक्टरों के प्रदर्शन करने से करीब तीन हजार मरीज लौट गए। वहीं, निजी क्लीनिक और हास्पिटल की ओपीडी में हर रोज 25 से 30 हजार मरीज परामर्श लेने आते हैं। हड़ताल के चलते बहुत कम स्थानीय मरीज ही निजी क्लीनिक पर इलाज लेने के लिए पहुंचे, उन्हें लौटा दिया गया। निजी डाक्टरों ने अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज किया, गंभीर मरीजों को एसएन इमरजेंसी के साथ ही निजी अस्पतालों में भी भर्ती किया गया.उधर, एसएन में जूनियर डाक्टरों की हड़ताल के चलते वार्ड में मरीजों की संख्या कम होने लगी है। फ्री गंज के रहने वाले ङ्क्षरकू हड़ताल के चलते छुट्टी लेकर घर चले गए थे, तबीयत बिगडऩे पर शुक्रवार को स्वजन ने दोबारा एसएन इमरजेंसी में भर्ती करा दिया। डाक्टरों ने जांच कराने के लिए कहा, बाइक से तीमारदार मरीज को लेकर जांच कराने के लिए चक्कर लगाते रहे। आइएमए, आगरा के सचिव डा पंकज नगाइच ने बताया कि रविवार सुबह छह बजे तक हड़ताल जारी रहेगी। रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ साहिल विज का कहना है कि मांग पूरी न होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
ये रहा हाल
क्लीनिक, लैब और डायग्नोस्टिक सेंटर -1000
निजी क्लीनिक में हर रोज आते हैं मरीज - 25000 से 30000
निजी लैब पर जांच हर रोज - आठ से 10000
निजी हास्पिटल - 550
एसएन की ओपीडी में मरीजों को परामर्श - 300 2500 से 3000
जिला अस्पताल की ओपीडी -1800