पथौली नहर पर आगरा-जयपुर हाईवे और पास में ही रेलवे लाइन है। यातायात से हाईवे व्यस्त रहता है। ट्रेन गुजरने के दौरान रेल फाटक भी दिन में कई बार बंद होता है। सर्विस रोड सही न होने के कारण यहां पर दिन में कई बार जाम लगता रहता है। कभी-कभी तो घंटों जाम रहता है। भारी वाहन इधर से गुजर नहीं पाते। इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए दो ओवरब्रिज(रेलवे ट्रैक और हाईवे) का निर्माण कार्य 15 मार्च 2018 को प्रारंभ हुआ था। वैसे तो निर्माण कार्य तीन साल में पूरा किया जाना था। अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2021 थी। लेकिन बीच में आ रहे पेड़ों को काटने की अनुमति न मिलने से इसमें देरी हो गई। इससे लागत भी बढ़ गई थी। जिसे संशोधित करते हुए लोक निर्माण विभाग कार्यालय लखनऊ भेजा गया था। इस प्रक्रिया में समय लग गया। अब ये ओवरब्रिज पूरी तरह से तैयार हो चुका है।
15 हजार लोगों को मिलेगा लाभ
पिछले दिनों से हुई लगातार वर्षा के कारण इसे आवागमन से खोलने में विलंब हुआ है। कार्यदायी संस्था लघु सेतु निर्माण निगम के अधिकारी बताते हैं कि इसी सप्ताह इसे आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। इससे लगभग 15 हजार लोगों को प्रतिदिन लाभ मिल सकेगा। आगरा-जयपुर हाइवे पर अक्सर लगने वाले जाम से भी लोगों को मुक्ति मिल जाएगी। एनएच टू से इसी मार्ग से होते हुए ग्वालियर हाईवे को यह मार्ग जोडऩे वाला है। लगभग 15 हजार छोटे बड़े वाहन यहां से रोजाना गुजरते हैं। दर्जनों गांवों के लोगों का निरंतर आना जाना होता है।
इन गांवों के लोगों को मिलेगा लाभ
ओवरब्रिज के शुरू होने से बिचपुरी, लड़ामदा, पथौली, बरारा, मलपुरा, नगला बसुआ, मिढ़ाकुर, सहारा, सराय आदि गांवों के अलावा आसपास में विकसित हुई दर्जनों कॉलोनियों के लोगों को भी लाभ मिलेगा।
दिसंबर में बिचपुरी ओवरब्रिज की दूसरी लेन भी खुल जाएगी
बिचपुरी ओवरब्रिज की एक लेन तो खुल चुकी है। दिसंबर में दूसरी लेन भी खोल दी जाएगी। इसके बाद ग्वालियर हाईवे से लेकर रुनकता-रायभा मार्ग होते हुए सीधे आगरा-दिल्ली हाईवे 19 पर पहुंचा जा सकेगा।
पथौली ओवरब्रिज का कार्य पूरा हो चुका है। बाइक आदि छोटे वाहनों के लिए खोल दिया है। बड़े वाहनों के लिए वर्षा बंद होने के दो दिन बाद पूर्ण रूप से खोल दिया जाएगा।
आर बी दिवाकर, उप परियोजना प्रबंधक, लघु सेतु निर्माण निगम