आगरा। लोगों के सिर से आईपीएल की खुमारी उतरने के बाद टी-20 सिर पर चढकऱ बोल रहा है। मैच देखने के लिए लोग टीवी से लेकर स्मार्ट फोन की स्क्रीन पर नजर टिकाए रहते हैं, लेकिन इसी बीच हमारे समाज में सट्टेबाजी का मकडज़ाल तेजी से फैल रहा है। जो यूथ को टारगेट कर आर्थिक रूप से बर्बाद कर रहा है। ऐसे मेें इंफ्लुएंसर उनको सट्टा खेलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

ऑनलाइन सट्टा ऐप का बड़ा मार्केट
ऑनलाइन सट्टेबाजी का खासकर यूथ में अधिक दिख रहा है। इस क्रेज की रफ्तार इतनी तेज है कि हो सकता है कि इससे आपके घर में या आपके पास बैठा कोई व्यक्ति सट्टेबाजी के दलदल में डूबा हो, लेकिन इंटरनेट के इस युग में ऑनलाइन सट्टा ऐप ने अपना एक नया और बड़ा मार्केट खड़ा कर लिया है।


यूथ को दे रहे मोटी कमाई का लालच

मार्केट में सैकड़ों सट्टेबाजी के प्लेयर अपने ऑनलाइन ऐप के जरिए लोगों को 1000 से 10,000 रुपए लगाकर लाखों कमाने का झांसा देते हैं। उसके बाद यूथ को सट्टेबाजी के नशे में ढकेल देते हैं। इसमें कई लोग तो ऐसे फंस जाते हैं। इनमें कई ऐसे होते हैं। जो इंफ्लुएंसर के लुभावने एड देख अधिक कमाने के लालच में आ जाते हैं। अपनी गढ़ी कमाई को गवां देते हैं। रुपए कमाने के लिए ऐप पर इनकी तरफ से खूब प्रचार भी किया जा रहा है। जबकि ये पूरी तरह से गैर कानूनी हैं।

रील कर रही यूथ को अटरेक्ट
ऑनलाइन सट्टा लगाने के लिए इन्फ्लूएंसर हर सेकंड के हिसाब से चार्ज लेते हैं। अगर यही रील सोशल मीडिया पर दोबारा चलानी हो तो उसके अलग से दोबारा उतना ही चार्ज लिया जाता है। खासतौर पर ये रील्स सोशल मीडिया पर अधिक दिखाई जाती है, ताकि यूथ उसे अधिक से अधिक देखे। झांसा में आकर आए दिन यूथ इसी के चक्कर में अधिक फंस रहे हैं।

तो कार्रवाई हो सकती है। एफबी और इंस्टग्राम पर सट्टा ऐप के प्रमोशन देखे जा सकते हैं। इसका असर युवओं पर तेजी से हो रहा है, वे आसानी से अधिक रकम कमाने के चक्कर में इंफ्लूएंसर के झांसे में आ रहे हैं।


सूचना प्रसारण मंत्रालय की तरफ ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर को साफ चेतावनी भी है। कोई इस तरह के विज्ञापन नहीं कर सकता है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ उपभोक्ता सरंक्षण अधिनियम 2019 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसमें सोशल मीडिया पोस्ट या अकाउंट को हटाया जा सकता है। या फिर सस्पेंड करने के साथ दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती हैै।
हेमंत भारद्वाज, एक्सपर्ट एडवोकेट



गेम खिलाने के लिए इंफ्लुएंसर का सहारा लिया जा रहा है। लेकिन इनसे बचाना चाहिए। जारी किए गए एप पर लोग अप्लाई करते हैं। बाद में वे फंस जाते हैं। सबसे पहले कोई एप या साइट पर जाकर उसके बारे में बारीकि से जानकारी कर ले। ऑनलाइन सट्टा या गेम खेलना कई बार आपको मुसीबत में डाल सकता है। इसीलिए ऑनलाइन सट्टे से बचे ये क्राइम हैं।
सोनम कुमार, डीसीपी बेस्ट जोन

आगरा में गेम का शिकार युवा
अप्रैल, 2023
-आईपीएल में खिलाड़ी बनाने के नाम पर करोड़ रुपए ठगे। बिजनौर के शातिर नदीम ने गली क्रिकेट के नाम पर दिया था विज्ञापन

मई, 2024
-कमला नगर के कावेरी कुंज मेें रहने वाले एक जूता कारोबारी एक इंजीनियर ने गवाए आइपीएल मैच में 17 लाख रुपए

मई, 2024
-दयालबाग के एक बिजनेस मैन की, एमपी में मौत, मामला करोड़ों रुपए के आईपीएल सट्टे से जुटा

अप्रैल, 2024
-न्यू आगरा में रहने वाले शोरूम संचालक ने पत्नी के गहने बेचे, पत्नी ने की थाने में इसकी शिकायत