जहरीली हो रही हरी सब्जियां
हम सभी स्वस्थ रहने के लिए हरी सब्जियों का सेवन करते हैं। आमतौर पर डॉक्टर भी यही सलाह देते हैं कि हरी सब्जियों के सेवन करने से आपको किसी प्रकार का रोग नहीं होगा। कई बीमारियों से बचने के लिए हरी सब्जियों रामबाण होती है। लेकिन अब वर्तमान स्थिति में हरी सब्जियां हानिकारक हो गई है। हरी सब्जियों में भी जहर भरे जा रहे हैं। हाल के दिनों में देखा गया कि सब्जी के सेवन करने पर व्यक्ति की तबीयत बिगड़ जाती है। या कभी-कभी मौत भी होती है। जबकि इन सब्जियों में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। इनमें कार्बोहाइड्रेट एवं कैलोरी की मात्रा बेहद कम होती है। लेकिन कीटनाशक और पेस्टीसाइड के इस्तेमाल से ये सब्जियां जहरीली हो रही हैं।
सब्जियों की खेती में रसायन तत्वों का बढ़ावा
किसान ज्यादा उपज के लिए सब्जियों की खेती में रसायन तत्वों का बढ़ावा दे रहे हैं। मार्केट में जल्दी से सब्जियों को उपलब्ध कराने के चक्कर में किसान भूल जा रहे हैं कि वो अत्यधिक कीटनाशक मिलाकर सब्जी के नाम पर जहर परोस रहे हैं। एक रिसर्च से पता चला कि ज्यादा मात्रा में रासायनिक पेस्टिसाइड मिलाने से विभिन्न बीमीरियों की जिम्मेदार हरी सब्जियां हो रही है। जिसके के कारण मौत के करीब लोग चले जा रहे हैं।
घातक बीमारियों का शिकार
डॉ। विनय गोयल बताते हैं कि जहरीली सब्जियों का लगातार सेवन करने से लंग्स, किडनी और हार्ट को सबसे अधिक प्रभावित होता है। खेतों में किसान रसायनिक खाद और गंदे पानी से सब्जियों का सिंचाई भी कर रहे हैं। जिसके कारण सब्जियों का अपना मूल रूप मर जाती है। इससे वे जहरीली हो जाती है। इन रसायनों में कैडमियम, कॉपर, सीसा, और क्रोमियम जैसी खतरनाक धातुएं मिली होती है। जो कि सीधे हमारे शरीर के लिए खतरनाक साबित होती है। वही बड़े शहरों में सब्जियों को उगाने के बाद गंदे नाले, नदी के पानी में भी धोते हैं। इन सभी कारणों से सब्जियां जहरीली बन जाती है।
क्लोरीन युक्त पानी से धोएं सब्जियां
अगर आप मार्केट से सब्जियों को खरीदकर ला रहे हैं तो आप जब मार्केट से सब्जियां लाते हैं तो उसे पोटेशियम परमेंगनेट या क्लोरीन युक्त पानी से धोए, उसके ऊपर से सारी जहरीले बैक्टेरिया खत्म हो जाएंगे। वही घरों सब्जी अनुकूल तापमान पर रखे। जो स्वास्थ्य के लिए बेहतर रहेगी।
सब्जी मंडियों में हरी पत्तेदार सब्जियां देखकर आप भी उन्हें लंच और डिनर में खाना पसंद करेंगे। लेकिन अगर यही हरी सब्जियां आपकी सेहत बनाने की जगह बिगाडऩे का काम करें तो क्या करें, आम जनता की सेहत के साथ बड़ा खिलवाड़ है।
प्रियंका गौतम
सब्जी मंडी, इन सभी जगहों पर आपको सस्ते दामों पर चमकदार और अच्छी दिखने वाली पत्ता गोभी, पालक, बैंगन, हरी मिर्च, सहित अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां दिखती हैं, तो सेहत का ध्यान आता है, लोग न चाहते हुए भी उनको खरीद लेते हैं।
गरिमा
सिकंदरा सब्जी मंडी से सब्जियों के 41 सेंपल लिए गए है, जो मेरठ जांच के लिए भेजे गए हैं। ऐसे लिए गए सैंपल संदिग्ध हैं, उन सब्जियों में घातक केमिकल मिले होने की आशंका थी। हो स्वास्थ्य के लिए सही नहीं हैं, ऐसे में सब्जियों की लैब रिपोर्ट आने के बाद भी कुछ कहा जा सकता है।
राजेश गुप्ता, फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट
पालक, फूल गोभी, पत्ता गोभी, टिंडा, मूली, बैंगन और पत्ते वाले लहसुन में कैडमियम जैसे हैवी मेटल मिला होता है। जो जो फेफड़ों और घुटनों के लिए काफी खतरनाक हैं। इसी तरह आलू, गाजर और हरी मिर्च में लेड मिलाया जाता है, जिससे खून की कमी होती है और किडनी-लीवर पर बुरा असर पड़ता है।
डॉ। विनय गोयल, जर्नल फिजीशियन
एक नजर
-आगरा में बड़ी सब्जमंडी
08
-आगरा की कुल आबादी
47 लाख
-शहर की कुल आबादी
20 लाख
।
चमकदार सब्जियां अधिक हानिकारक
सब्जियों पर प्रयोग किया जाने वाले केमिकल्स मेमोरी लॉस, सिर दर्द यहां तक की धीरे-धीरे कैंसर जैसी बीमारियों का भी कारण बन रहे हैं। लौकी, गोभी और पत्तेदार सब्जियों को तो मौसम के अनुसार ही इस्तेमाल करना चाहिए।
टमाटर
टमाटर पर रगड़ा जा रहा पेट्रोल
टमाटर और बैंगन की चमक बरकरार रखने के लिए पेट्रोल रगड़ा जा रहा है। शिवाजी कॉलोनी के एक रेहड़ी संचालक ने बताया कि ऊपर से लाल टमाटर यदि काटने पर पका नहीं है तो इस पर पेट्रोल रगड़ा गया है। यह थोक विक्रेता के स्तर पर किया जाता है।
गोभी
ट्रेसर से तीन दिन में खिल जाती है गोभी
खेतों में गोभी की फसल जल्द प्राप्त करने के लिए उस पर ट्रेसर नाम का केमिकल इस्तेमाल किया जा रहा है। यह अधिकतम तीन दिन के भीतर गोभी को खिला देता है। पानी से धोने के बाद भी इसके अवशेष बचे रहते हैं। यह कैंसर जैसे रोगों का कारण बन रहा है।
मटर
मैलशाइट ग्रीन मटर को बना रहा गहरा हरा
मटर और घरों में रोजाना इस्तेमाल की जाने वाली मिर्ची का गहरा हरा रंग भी बनावटी है। इसे मैलशाइट ग्रीन केमिकल से रंग दिया जा रहा है। भिंड़ी, लौकी जैसी सब्जियों पर कॉपर सल्फेट का प्रयोग किया जा रहा है।
कॉपर सल्फेट बना रहा जल्द बूढ़ा
कॉपर सल्फेट का प्रयोग सब्जियों पर सबसे ज्यादा किया जाता है। यह केमिकल लीवर और किडनी पर असर करता है। शरीर में रेडिकल इसकी वजह से बनते हैं, जोकि, शरीर को जल्द बूढ़ा करता है, चैरी पर इस्तेमाल होने वाला रोडमाइन बी त्वचा रोग से ग्रस्त करता है।