आगरा (ब्यूरो)। स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियों में जुटे नगर निगम को कार्यदायी संस्था स्वच्छता कॉरपोरेशन के कारण पिछडऩा पड़ रहा है। कंपनी द्वारा डोर- टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में लापरवाही कर रही है। कूड़ा कलेक्शन के दौरान बीच-बीच में घरों को छोड़ दिया जाता है। सकरी गलियों के लिए पुश कार्ट की संख्या आधी ही है। रक्षाबंधन के आसपास छह दिन कूड़ा उठान नहीं किया गया। वहीं वाहनों में मासूम बच्चे होने से हादसे का कारण बनने की आशंका रहती है। इस पर सहायक नगर आयुक्त द्वारा 10 लाख रुपए की संस्तुति की गई थी, जबकि नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने 30 लाख रुपए जुर्माना लगाया है।

जिंगल बेल भी नहीं बजाई जाती है
नगरायुक्त ने बताया कि स्वच्छता कॉरपोरेशन के प्रतिदिन के कार्य की मॉनिटङ्क्षरग कराई जा रही थी। जुलाई और अगस्त में कंपनी द्वारा डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के कार्य का सत्यापन सफाई प्रभारियों ने किया। उनके द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के प्रभारी पंकज भूषण को रिपोर्ट दी गई। इसमें डोर-टू-डोर कूड़ा करने वाले वाहन बीच में घर छोड़कर कर कलेक्शन करते हैं। वहीं ङ्क्षजगल बेल ङ्क्षरग भी नहीं बजाई जाती है, जिससे लोगों को वाहन आने का पता ही नहीं चलता है।

रक्षाबंधन पर नहीं उठा कचरा
रक्षाबंधन पर पांच से छह दिन कूड़ा कलेक्शन, उठान नहीं हुआ। कंपनी के कर्मचारी निर्धारित यूनिफॉर्म में कार्य नहीं करते हैं। वाहनों पर 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चे काम करते हुए मिले। वाहनों पर दो डस्टबिन नहीं लगाए गए हैं और कूड़ा कलेक्शन अनहाईजनिक तरीके से हो रहा है। खाली प्लाटों में कूड़ा डालने की शिकायतें भी मिली, जिनकी पुष्टि हुई है। दिए गए 70 मोबाइलों से कोई भी बार कोड स्कैन करने का काम नहीं कर रहा है। कंपनी द्वारा ये भी नहीं बताया गया कि कितने प्रतिशत गीले व सूखे कूड़े का अलग-अलग कलेक्शन किया जा रहा है।

सिर्फ 95 पुश कार्ट ही कर रहीं काम
रिपोर्ट बताया गया है कि छोटे वाहन पुश कार्ट 165 लगाई जानी थीं, लेकिन 95 ही काम कर रही हैं। इस कारण संकरी गलियों में कूड़ा कलेक्शन नहीं हो पा रहा है। वाहनों की रंगाई पुताई और मरम्मत भी नहीं कराई जा रही है। कंपनी ने अगस्त तक सभी सुधार के लिए आश्वस्त किया था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका है। रिपोर्ट के आधार पर स्वच्छता कॉरपोरेशन पर सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम ने 10 लाख रुपए जुर्माना की संस्तुति की थी। नगरायुक्त ने इसे 30 लाख रुपए कर दिया है। धनराशि कंपनी को होने वाले भुगतान में से काट ली जाएगी।


कूड़ा कलेक्शन में स्वच्छता कॉरपोरेशन की ओर से लापरवाही सामने आई है। 30 लाख रुपए का जुर्माना कंपनी पर लगाया गया है। ये राशि कंपनी को जुलाई और अगस्त के भुगतान में से काट ली जाएगी।
अंकित खंडेलवाल, नगरायुक्त

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