आगरा। (ब्यूरो )कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के विरोध में देश भर में रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। और डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए अलग कानून बनाने की मांग की जा रही है। लगातार पांचवे दिन जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी रही। जूनियर डाक्टरों का कहना है। जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जातीं। तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे। रेजिडेंट डॉक्टर्स ओपीडी और वार्ड में काम नहीं कर रहे हैं। इससे एसएन में मरीजों की व्यवस्थाएं खराब हो गई हैं और मरीजों को खासी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। आज से आईएमए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी 24 घंटे की हड़ताल का एलान कर दिया है। इससे शहर की हेल्थ व्यवस्था चरमरा सकती है।

एसएन में कम हुई मरीजों की संख्या
एसएन मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या घट गई हैं। सामान्य दिनों में जहां लगभग 3 हजार ओपीडी के मरीज आते हैं। वहीं लगातार पांचवे दिन हड़ताल के चलते मरीजों की संख्या लगभग 800 के आस पास रही। डॉक्टर्स के प्रदर्शन के बाद मरीजों की संख्या में कमी आई है।

काली पट्टी बांध कर किया काम
कोलकाता में हुए हत्याकांड के विरोध में शुक्रवार को रेजिडेंट डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांध कर हड़ताल की। इस दौरान एसएन के स्टाफ सीनियर डॉक्टर्स ने भी काली पट्टी बांध कर विरोध जताया। एसएन प्रिंसिपल ने भी काली पट्टी बांध कर काम किया।

आज से आईएमए भी 24 घंटे की हड़ताल पर

कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर की हत्या के बाद शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोशिएशन यानी आईएमए ने बैठक कर महिलाओं और डॉक्टर्स की सुरक्षा के खिलाफ आवाज उठाते हुए आईएमए ने भी हड़ताल का एलान किया है। आईएमए डॉक्टर्स शनिवार तड़के 6 बजे से 18 अगस्त को सुबह 6 बजे तक पुरे देश में हड़ताल पर रहेंगे। शहर में भी आईएमए ने भी हड़ताल का एलान किया है। हालांकि इस दौरान इमरजेंसी सुविधाएं लागू चालू रहेंगी। इसके अलावा ओपीडी, पैथोलॉजी लैब के साथ ही वार्ड में नए मरीज भर्ती नहीं किए जाएंगे।

एमजी रोड पर बनाई जाएगी ह्यूमन चेन
जूनियर डॉक्टर रेजिडेंट के अध्यक्ष डॉ साहिल विज ने बताया कि शनिवार सुबह 9 बजे कोलकाता में हुए हत्याकांड के विरोध में एसएन इमरजेंसी के सामने जूनियर डॉक्टर और आईएमए डॉक्टर के द्वारा ह्यूमन चेन बनाई जाएगी।


शुक्रवार को एसएन की ओपीडी में लगभग 1 हजार मरीज देखे गए एसएन का ड्यूटी रोस्टर तैयार हो चुका है। इमरजेंसी सुविधाएं चालू रहेंगी। यहां जो भी डॉक्टर हैं ड्यूटी करेंगे।
डॉ प्रशांत गुप्ता प्रिंसिपल एसएन मेडिकल कॉलेज