आगरा (ब्यरो)I प्रभु श्रीराम संग माता सीता के विवाह उत्सव के उमंग और उत्साह के बाद जब विदाई का क्षण आया, तो विद्युत रश्मियों से जगमगा रही जनकपुरी में भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा। लाड़ली बिटिया वैदेही की विदा पर राजा जनक का हृदय द्रवित हो उठा और माता सुनयना के नेत्रों से अश्रुधारा बहने लगी। अयोध्यावासी माता सीता को श्रीराम संग अवध ले जाने से प्रसन्न थे, लेकिन जनकपुरीवासियों के मन भावुक थे और सभी ने दुख भरे नयन से वैदेही को विदा किया।


यह भावुक क्षण मंगलवार को शाहगंज में सजी जनकपुरी में उस समय दिखा, जब माता सीता की विदाई हुई। जानकी विवाहोत्सव में विदाई के दिन भी जनकपुरी में श्रद्धालुओं की आस्था हिलौरे मार रही थी। जनक महल के मंच पर विराजमान सियाराम स्वरूपों को देखने के लिए श्रद्धालुओं का पहुंचना शाम से ही प्रारंभ हो गया था, जो देर रात्रि तक जारी रहा। नगर भ्रमण कर मंच पर पहुंचे स्वरूपों की आरती कर विराजमान किया गया। जिसके बाद उन्होंने श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। उनकी मनोहारी आभा को निहारने के लिए श्रद्धालु आतुर थे। विदाई का क्षण नजदीक आया, तो केंद्रीय पंचायत राज राज्य मंत्री प्रो। एसपी ङ्क्षसह बघेल ने रामलीला कमेटी अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल से गले मिलकर अयोध्यावासियों से मिलनी की। राजा जनक ने राजा दशरथ स्वरूप संतोष शर्मा को गले मिलकर मिलनी की रस्म पूरी की। केंद्रीय मंत्री प्रो। एसपी ङ्क्षसह बघेल और राजा जनक स्वरूप ने राजा दशरथ व रानी कौशल्या स्वरूप के चरण स्पर्श किए। इसके बाद श्रीराम अनुजों संग माता सीता को लेकर अयोध्या की ओर चल पड़े। इस दौरान सभी के नेत्र नम थे। जनकपुरी आयोजन में लगे पदाधिकारी भी वैदेही को विदा करके भावुक थे। रामलीला कमेटी अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने जनकपुरी आयोजन के सफलतापूर्वक आयोजन पर सभी को बधाई दी। कमेटी महामंत्री राजीव अग्रवाल ने आभार जताया।

हरिनाम संकीर्तन पर झूमे श्रद्धालु
जनक महल के मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। शुरुआत गणेश वंदना संग हुई। श्रीजगन्नाथ मंदिर कमला नगर (इस्कान) ने मंच पर हरिनाम संकीर्तन की प्रस्तुति दी। इस्कान से जुड़े विद्यार्थियों ने श्रीराम चंद्र भजन पर नृत्य कर श्रद्धालुओं को भक्ति सागर में डुबो दिया। मृदंग व मंजीरों के भक्तिमय संगीत पर हरे राम, हरे कृष्णा, संकीर्तन हुआ। इसमें श्रद्धालुओं ने अपने स्वरों का साथ देने के साथ खूब नृत्य कर श्रीहरि भक्ति का आनंद लिया। सचिन, हरिदास, साश्वत, नंदलाल दास, सखा निताई दास, अदिति गौरांगी देवी, रुचि शर्मा ने संकीर्तन में प्रतिभाग किया। डा। मंजरी शुक्ला ने गणेश वंदना प्रस्तुत की। मुकेश शुक्ला व साथी कलाकारों ने भजन प्रस्तुति, दीपक डांस अकादमी व डा। नमिता डांस ग्रुप, शारदा ग्रुप के कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुति दी। नृत्य नाटिका मेरे घर राम आए हैं व बन्ना बन्नी की प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं खूब तालियां बटोरीं। वहीं मिथिला प्रवेशिका मंच पर मंगलाचरण, ओम नम: शिवाय संकीर्तन, आध्यात्मिक गीत, गीत प्रस्तुति हुई।

मिथिलानगरी में स्वरूपों को बुलाया न्यौते पर
सियाराम विवाह के बाद तीनों भाइयों समेत सभी स्वरूपों की जनकपुरी में खूब खातिरदारी हुई। राजा दशरथ व रानी कौशल्या (संतोष शर्मा व ललिता शर्मा) संग सियाराम व तीनों भाइयों को आमंत्रित कर स्वागत-सम्मान किया। राजा दशरथ व रानी कौशल्या का हाथ पकड़ चारों भाई सीता जी को लेकर आयोजन समिति के संजय अग्रवाल के निवास पर पहुंचे। इसके बाद समिति अध्यक्ष गौरव अग्रवाल व संयोजक गौरव राजावत आदि के आवास पर पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया।

रामलीला में आज
रामलीला कमेटी के मीडिया प्रभारी राहुल गौतम ने बताया कि दो अक्टूबर को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की लीला रामलीला मैदान पर होगी। इसमें कैकई द्वारा कोप भवन की लीला होगी। प्रभु श्रीराम के वनवास पर जाने के प्रसंग के दौरान वह भ्राता लक्ष्मण और जानकी माता के साथ सुभाष बाजार, जौहरी बाजार, माल का बाजार, गुदड़ी मंसूर खा, बेलनगंज, कचहरी घाट होते हुए माथुरेश्वर मंदिर पहुंचेंगे, जहां केवट संवाद लीला होगी। पुन: सवारी रावतपाड़ा पहुंचकर संपन्न होगी।