आगरा (ब्यूरो) नाले में गिरकर मृत महिला के परिजन और क्षेत्रीय लोगों ने गुरुवार को कोठी मीना बाजार मैदान रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारी कार चालक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस मुख्य कार चालक को बचाने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने अवगत कराया कि पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से चला है कि दुर्घटना से पहले कार सवार एक बार से निकले थे। कार में कौन लोग सवार थे, इसका पता लगाया जा रहा है।

डेंटिस्ट को दिखाकर घर लौट रही थी महिला

नमक की मंडी निवासी शाहिना पत्नी इखलाक तोता का ताल स्थित दंत चिकित्सक के क्लीनिक से बुधवार शाम साढे चार बजे बेटे शुजात के साथ स्कूटी से लौट रही थीं। कोठी मीना बाजार मैदान रोड पर कार ने पीछे से टक्कर मार दी थी। मां-बेटे नाले में गिर गए थे। दुर्घटना के बाद चालक कार छोड़कर भाग गया। लोगों ने शुजात को नाला से सुरक्षित निकाल लिया था। लेकिन, शाहिना का शव करीब 800 मीटर दूर राजनगर नाले में मिला था। बेटे को दिल्ली गेट स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

गुरुवार दोपहर 12:30 बजे शाहिना के शव को पोस्टमार्टम के बाद बस्ती के लोग कोठी मीना बाजार मैदान रोड पर लेकर पहुंच गए। सत्तो लाला फूड कोर्ट के सामने सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ मृतका के परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रही थी। हंगामे के चलते वाहनों की लंबी लाइन लग गई। भीड़ ने आरोप लगाया कि पुलिस मुख्य आरोपित को बचाना चाहती है।

एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने परिजनों को बताया कि मामले में अलबतिया के अमर अग्रवाल को पकड़ा है। अमर ने बताया कि कार को उसके मित्र मांग कर ले गए थे। पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले हैं, इसमें कार सवार शाम चार बजे एक बार से निकले थे। कार में हादसे के समय कौन-कौन था, यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस की छानबीन में सामने आया कि कार को आठ जनवरी को शाहगंज के राधे मल्होत्रा ने अलबतिया के अमर अग्रवाल को बेचा था। मामले में राधे मल्होत्रा का कहना है कि वह कार को अमर अग्रवाल को बेच चुके हैं। उनका गाड़ी से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस द्वारा उन्हें अकारण परेशान किया जा रहा है।