डेवलप हो चुके हैं बाजार
ट्रांस यमुना कालोनी के फेज वन व टू को उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने डेवलप किया था। इसमें अधिकांश आवासीय भवन बनाए गए थे। अब यहां फेज-वन के ए, बी व सी ब्लॉक में मुख्य मार्गों पर स्थित आवासीय भवनों को तोड़कर बाजार डेवलप हो चुके हैं। सर्विस रोड से लगे मार्गों पर अस्पताल खुल गए हैं। अभी भी यहां आवासीय भवनों को तोड़कर मार्केट में तब्दील करने का काम लगातार जारी है। उप्र आवास एवं विकास परिषद के अधिकारियों व अभियंताओं ने इस ओर से आंखें मूंद रखी हैं। आवासीय भवनों में काम कराने पर इंजीनियर पहुंच जाते हैं, लेकिन ट्रांस यमुना कॉलोनी में आवासीय भवनों में बने अस्पताल, शोरूम, मार्केट उन्हें नजर नहीं आते हैं।

जाम से जूझना पड़ता है
क्षेत्र में दुकानदार फुटपाथ पर फड़ लगवा रहे हैं। वह रेहड़ी व फड़ लगाने वालों से प्रतिदिन के हिसाब से वसूली करते हैं। दुकानों व शोरूम के आगे फुटपाथ पर फड़ लगने और गाडिय़ां खड़ी करने से शाम के समय पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। लोगों को निकलने तक में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

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रोड पर हॉस्पिटल बना दिए गए हैं। पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। दिनभर जाम से जूझना पड़ता है। लेकिन संबंधित विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं देता।
अनुराग

समझ ही नहीं आता कि ट्रांसयमुना कॉलोनी रेसिडेंशियल है या फिर मार्केट। घरों में दुकान और हॉस्पिटल खुले हुए हैं। इस ओर कोई कार्रवाई नहीं होती।
भीमसेन

नियमों का उल्लंघन करते हुए रेसिडेंशियल भवन में चल रहीं कमर्शियल एक्टिविटी को लेकर नोटिस जारी किए गए हैं। लगातार कार्रवाई की जा रही है।
कर्नल (रिटायर्ड) जीएम खान, प्रवर्तन प्रभारी, आवास विकास परिषद