88 किमी लंबा होगा ग्वालियर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे
इनर ङ्क्षरग रोड स्थित रोहता से सुसेरा गांव (ग्वालियर) तक 88 किमी लंबा ग्वालियर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है। छह लेन का एक्सप्रेसवे 4263 करोड़ रुपए में तैयार होगा। चंबल नदी में 600 मीटर लंबा हैंङ्क्षगग पुल बनेगा। उप्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान के 100 गांवों की 562 हेक्टेअर भूमि का अधिग्रहण होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा एक्सप्रेसवे का नेशनल हाईवे नंबर जारी होगा। एनएचएआइ ग्वालियर खंड के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलने से पहले वाइल्ड लाइफ क्लीयरेंस, वन विभाग मुरैना और सरकारी भूमि की अनुमति मिल चुकी है।
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वर्ष 2025 से शुरू होगा निर्माण : आगरा-ग्वालियर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण वर्ष 2025 से शुरू होगा। सितंबर में किसानों को चार गुना मुआवजा का वितरण शुरू होगा। इसके लिए 14 अगस्त को एनएचएआइ कार्यालय नई दिल्ली में टेंडर खोला जाएगा।
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- पहले चरण की भूमि का अधिग्रहण : तहसील सदर के गांव सलेमाबाद, पट्टी पचगांई, देवरी, रोहता, खेरागढ़ तहसील के गांव गौहर्रा, फतेहाबाद तहसील के गांव तोर, इनायतपुर। इन सभी गांवों की कुल 17 हेक्टेअर शामिल है।
- दूसरे चरण की भूमि का अधिग्रहण : तहसील सदर के गांव सलेमाबाद में 2.56 हेक्टेअर, ककरारी में 12.04 हेक्टेअर, देवरी के 7.37 हेक्टेअर, खेरागढ़ तहसील के गांव गौहर्रा में 4.48 हेक्टेअर, बाबरपुर में 5.65 हेक्टेअर, शेरपुर में 9.68 हेक्टेअर, पुसैता में 14.99 हेक्टेअर, महदेवा में 1.67 हेक्टेअर, डाढकी में 1.98 हेक्टेअर, सदूपुरा में 4.19 हेक्टेअर, फतेहाबाद तहसील के गांव तोर में 1.83 हेक्टेअर, फूलपुर में 4.32 हेक्टेअर, करौंधना में 10.09 हेक्टेअर, नगला पाटम में 17.75 हेक्टेअर, लुहेंटा में 19.02 हेक्टेअर। 15 गांवों में कुल 117 हेक्टेअर भूमि शामिल है।
रेलवे की मिली एनओसी : एनएचएआई ग्वालियर खंड को रेलवे की भी एनओसी मिल चुकी है। यह एनओसी मई में मिली थी। जाजऊ से करौंधना के मध्य सबसे बड़ा पुल बनेगा। यह रेल ओवर ब्रिज छह लेन का होगा।