यमुना के लिए अफसर-नेता जिम्मेदार
गूगल फॉर्म के जरिए कराए गए सर्वे में 489 लोगों ने पार्टिसिपेशन किया। जिसमें जलसंकट से दूषित हवा तक के मुद्दे पर लोगों ने राय रखी। 38 परसेंट लोगों का मानना था कि यमुना की दुर्दशा के लिए अधिकारी जिम्मेदार हैं, जबकि 23 परसेंट ने नदी के प्रदूषण के लिए पब्लिक को जिम्मेदार ठहराया।

1. शहर की प्रमुख समस्याओं का क्यों नहीं हो पा रहा समाधान?
- सरकारी सिस्टम की उदासीनता 73 परसेंट
- प्लानिंग की कमी 27 परसेंट


2. यमुना की दुर्दशा के लिए कौन जिम्मेदार है?
- पब्लिक 23 परसेंट
- अधिकारी 38 परसेंट
- जनप्रतिनिधि 39 परसेंट

3. शहर को गंगाजल मिलने के बाद भी क्यों दूर नहीं हो रहा जल संकट?
- बार-बार लीकेज होना 31 परसेंट
- गंदे पानी की आपूर्ति 28 परसेंट
- विभाग की उदासीनता 41 परसेंट

4. आगरा की हवा दूषित होने के लिए कौन जिम्मेदार है?
- पब्लिक अवेयरनेस की कमी 32 परसेंट
- अधिकारियों की लापरवाही 31 परसेंट
- बढ़ते वाहन 37 परसेंट

5. क्या आपके घर से रोज कूड़ा कलेक्ट होता है?
- हां 48 परसेंट
- नहीं 52 परसेंट

गंगाजल मिलने के बाद भी शहर में जलसंकट दूर नहीं हुआ है। कई जगह गंदे पानी की आपूर्ति होती है।
नंदिनी

सड़क पर जगह-जगह जाम लगता है। वर्षों बाद भी शहर की ट्रैफिक स्थिति में सुधार नहीं हुआ है।
श्रुति