आगरा (ब्यूरो)। करवाचौथ पर जेलों में पतियों की उपस्थिति में महिलाएं त्योहार मनाएंगी। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ। बबीता चौहान ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में लेटर भेजा है। इसको लेकर बंदियों के परिवार में खुशी है।

पारंपरिक रूप से मनेगा त्योहार
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने पत्र में निर्देश दिए हैं कि बंदी गृहों में बंद महिलाओं को 20 अक्टूबर को करवाचौथ व्रत उनके पतियों की उपस्थिति में मनाए जाने की व्यवस्था की जाए। इसके लिए उनके पतियों को बुलाया जाए। इसके साथ ही जेल में बंद पुरुष बंदियों की पत्नियों को जेल में बुलाकर करवाचौथ व्रत पारंपरिक रूप से मनाया जाए।


रविवार को होगी भीड़
रविवार जेल में बंदियों से मुलाकात बंद रहती है। इस बार करवाचौथ रविवार को ही पड़ रही है। इसको लेकर बंदियों में संशय की स्थिति थी। अब राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने पत्र लिखकर विशेष मुलाकात की व्यवस्था करने को निर्देश दिए हैं। आगरा जिला कारागार की बात की जाए तो 45 महिला बंदी हैं। इनमें से 17 ऐसी बंदी हैं जिनके पति भी जिला जेल में बंद हैं।


इस संबंध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को लेटर जारी किया गया है। महिला बंदी आगामी 20 अक्टूबर को करवाचौथ पति की उपस्थिति में मना सकेंगी। इसके साथ ही पुरुष बंदी की पत्नी भी जेल में आकर त्योहार मना सकेंगी।
बबीता सिंह चौहान, अध्यक्ष, महिला आयोग


आयोग की अध्यक्ष की ये सराहनीय पहल है। ये उनके लिए तोहफा होगा। महिला बंदी भी अब अपने पतियों के र्साथ त्योहार की खुशियों को शेयर कर सकेंगी।
योग्यता सेठ, समाजसेवी


महिलाओं के लिए इससे अधिक खुशी की और क्या बात हो सकती है। सही मायने में येे उनके लिए राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष की ओर से गिफ्ट है, ये एक अच्छी पहल है।
सुमन सुराना, सदस्य, आकांक्षा समिति


महिलाओं के लिए ये काफी सुविधा जनक है, ऐसी महिलाएं जो किसी न किसी मामले मेें जेल में है, उनके लिए अच्छी पहल है। वो भी अपनों के साथ त्योहार की खुशियों को शेयर कर सकेंगी।
रजनी अग्रवाल, भाजपा