कोर्ट ने जारी किए गैर जमानती वारंट
पिछले दिनों सितंबर मंथ में भी यह मामला सामने आया था, जब इस मामले में 2.39 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए न्यायालय के जरिए से थाना सिकंदरा में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में लंबी जांच के बाद आरोप तय होने पर पुलिस ने गैरजमानती वारंट के आधार पर तोमर को अरेस्ट किया है।

बिजनेस डील को लेकर चर्चा में रहे विजय तोमर
आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्ट चैंबर (एफमेक) के पूर्व अध्यक्ष कैप्टन एएस राना की सिकंदरा के औद्योगिक क्षेत्र ईपीआईपी में पत्नी सुनीता राना के नाम से राना ओवरसीज कंपनी संचालित है। एबीएस इंटरनेशनल प्राइवेट के निदेशक रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल विजय तोमर भी एफमेक का चर्चित चेहरा रहे हैं, जो पिछले दिनों लेने-देन, बिजनेस डील को लेकर चर्चा में रहे थे। इस संबंध में कई विवाद सामने आ चुके हैं।


3.22 करोड़ रुपए के शूज का नहीं भुगतान
राना का आरोप है कि एबीएस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक वर्ष 2020 में उनकी फैक्ट्री में आए, उन्होंने कहा कि वे घरेलू जूते की सप्लाई करने के साथ ही दक्षिण अफ्र का के घाना में भी जूतों की सप्लाई करते हैं। उन्होंने व्यापारिक डील तय की, जिसके आधार पर 11 सितंबर, 2020 तक राना ओवरसीज द्वारा एबीएस इंटरनेशल प्राइवेट लिमिटेड को 3.22 करोड़ रुपए के जूते तैयार कर दिए गए, लेकिन भुगतान नहीं हुआ।

दिया गया चेक भी बाउंस
एबीएस इंटरनेशनल द्वारा 2.60 लाख रुपए का मैटेरियल दिया गया, 80 लाख रुपए का ही भुगतान किया गया। बाकी रकम देने में आनाकानी की जा रही थी। इस बीच एबीएस इंटरनेशनल द्वारा दिया गया पचास लाख रुपए का चेक भी बाउंस हो गया।
इस मामले में कोर्ट के आदेश पर राना ओवरसीज की मालिक सुनीता राना ने एबीएस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक कमलेश तोमर, विजय तोमर, प्रशांत कुमार, मलिका तोमर, देविका तोमर, हार्दिक चौहान, जोजफ किरण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।



इस मामले में गैर जमानती वारंट होने पर एक निदेशक विजय तोमर को जेल भेज दिया गया। अन्य आरोपियों के खिलाफ भी जांच जारी है।
नीरज कुमार शर्मा,थाना सिकंदरा के प्रभारी