स्थान: सीएमओ ऑफिस
टाइम-2 बजे
परिसर में गंदगी की भरमार

डेंगू का मच्छर अक्सर साफ़ पानी में ही पनपता है। एक दर्जन विभागों द्वारा इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि कहीं भी ऐसी चीजें न रखें, जिनमें पानी भर जाए। शनिवार को जब हम सीएमओ दफ्तर पहुंचे। तो यहां कैंपस में एम्बुलेंस खड़ी थी। एम्बुलेंस के पास ही कूड़ा बिखरा पड़ा था। इसमें अधिकांश पॉलीथिन थीं। इनमें अक्सर बरसात के समय पानी भर सकता है। कुछ में पानी भी भरा हुआ था। ऐसा लगा कि जैसे सीएमओ ऑफिस के जिम्मेदार खुद ही डेंगू के मच्छर को पनपने के लिए दावत दे रहे हों।

स्थान: एएनएम ऑफिस सीएमओ कैंपस
टाइम 2.20
-परिसर में नहीं हुई साफ सफाई

स्वास्थ्य विभाग के साथ में एएनएम का अहम रोल होता है। एएनएम जिले भर में टीकाकरण से लेकर कई अन्य अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाती हैं। सीएमओ परिसर में ही इनका दफ्तर है। इस दफ्तर में घास और झाडिय़ां उगी हुईं थीं। जगह जगह पानी भरा हुआ था। इनमें मच्छर के लार्वा आराम से पनप सकते हैं। दिन भर यहां एएनएम की चहलकदमी रहती है। झाडिय़ों और घासफूस को हटाने के लिए दो अन्य विभाग काम कर रहे हैं्। लेकिन इसके बाद भी लापरवाही का आलम ये है कि जिम्मेदार अपना ही घर साफ़ नहीं कर पा रहे हैं।

स्थान: ई एसआई हॉस्पिटल
2.45
-ऐसा लगा जैसे कूलर का पानी डेंगू लार्वा के पनपने के लिए ही रखा है

फिरोजाबाद में साल 2021 में जब डेंगू ने कहर बरपाया था। तब डीएम ने एक महीने के लिए शहर में कूलर के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। क्योंकि कूलर के पानी में डेंगू का लार्वा तेजी से पनपता है। शनिवार को हम सीएमओ ऑफिस पहुंचे। यहां दफ्तर के परिसर में ही ईएसआई हॉस्पिटल है। यहां खिड़कियों के पास ही झाडिय़ां उगी हुईं हैं। पास ही विंडो पर एक कूलर लगा हुआ था। यहां कूलर में लगभग सड़ा हुआ पानी भरा हुआ था। ऐसा लगा जैसे इस पानी को एक दो महीने से साफ ही नहीं किया गया हो। डेंगू के लार्वा के लिए ही इस कूलर को रखा गया हो।

कई अलग अलग विभागों द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए 16 टीमें काम कर रही हैं। नियमित रूप से फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है।
राजेश कुमार गुप्ता जिला मलेरिया अधिकारी

-3 केस आ चुके हैं अब तक डेंगू के इस साल
-4 वायरस जिम्मेदार हैं डेंगू के
-6 दिन तक रहता है डेंगू का बुखार
-2021 में बेकाबू हुआ था डेंगू