खोआ के सैंपल जांच के लिए भेजे
एफएसडीए ने हाल ही में रावतपाड़ा खोआ मार्केट में कार्रवाई की थी। यहां से टीम ने कार्रवाई के बाद मौके से खोआ के सैंपल जांच के लिए भेजे थे। थाना छत्ता क्षेत्र के अंतर्गत एक नामी कंपनी के नाम से नकली रिफाइंड पकड़ा गया था। अगर पिछले चार साल की बात करें तो शहर में बड़े पैमाने पर नकली माल बनाने वालों पर कार्रवाई की गई है। इसके बाद भी मिलावट का खेल बदस्तूर जारी है। ऐसे में असली नकली की पहचान कर पाना बड़ा मुश्किल है।
अछनेरा में पकड़ी गई नकली खाद की फैक्ट्री
अछनेरा के अभुआपुरा में 11 अगस्त को एक फैक्ट्री में छापा मारा था। यहां पर बड़ी मात्रा में नकली खाद और कीटनाशक पकड़ा था। 350 कुंतल नकली कीटनाशक और उर्वरक बनाने का केमिकल भी बरामद हुआ था। सालों से यह फैक्ट्री चल रही थी। बड़ी-बड़ी कंपनियों के रेपर और पैकिंग का सामान भी मिला था। यहां से नकली खाद की सप्लाई आसपास के जिलों के साथ दूसरे राज्यों में भी हो रही थी। पुलिस ने फैक्ट्री संचालक के बेटे सहित तीन को गिरफ्तार किया था।
नकली सर्जिकल आयटम पकड़े
थाना जगदीशपुरा क्षेत्र में कोरोना काल में सर्जिकल आयटम और सेनेटाइजर की डिमांड बढ़ी तो यहां भी नकली का खेल शुरू हो गया। गढ़ी भदौरिया क्षेत्र में औषिध विभाग ने सर्जिकल आयटम बनाने वाली अवैध फैक्ट्री पकड़ी थी। यहां पर मेडिकल डिवाइस, ग्लव्स, सिरिंज, सेनेटरी पैड, मास्क, कैथेटर आदि का जखीरा बरामद किया गया था। थाना एत्माद्दौला क्षेत्र में एक फैक्ट्री में पुलिस ने नकली सेनेटाइजर बनते हुए पकड़ा था। इसमें कमला नगर के कारोबारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
नकली मोबिल ऑयल की पकड़ी 8 फैक्ट्री
ताजगंज क्षेत्र के ताजनगरी में नकली मोबिल ऑयल का धंधा बड़े स्तर पर चल रहा है। पहले यह स्थानीय स्तर तक सीमित था, लेकिन अब यह आगरा सहित आसपास के जिलों के अलावा पूर्वांचल के जिलों तक फैल गया है। नकली ऑयल की डिमांड मैकेनिक से लेकर दुकानदार तक करते हैं। पुलिस ने एक साल के अंदर थाना खंदौली, एत्माद्दौला, छत्ता, ताजगंज इलाके में आठ ऐसी फैक्ट्री पर कार्रवाई की, जहां पर ये खेल चल रहा था। इसमें 25 लाख रुपए से अधिक का नकली मोबिल ऑयल, पैकिंग का सामान पकड़ा गया है। 50 से अधिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस 30 से ज्यादा आरोपियों को जेल भी भेज चुकी है।
बड़े पैमाने पर बन रहा था नकली घी
दिसंबर 2020 में थाना खंदौली क्षेत्र में पुलिस ने नकली घी बनाने की फैक्टरी पकड़ी थी। पशुओं की चर्बी, हड्डी आदि से घी बनाया जा रहा था। पुलिस ने चार आरोपियों को जेल भेजा था। फैक्ट्री से 100 किलोग्राम नकली घी बरामद किया गया था। दो साल पहले थाना एत्माद्दौला क्षेत्र में नकली धी बनाने की दो फैक्ट्री पकड़ी जा चुकी हैं। तब भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजा था। इसके अलावा नकली रिफाइंड का मामला भी पकड़ा जा चुका है।
नकली पेंट भी हो रहा था तैयार
एत्माद्दौला क्षेत्र में इसी साल मार्च में कमला नगर की एक दुकान पर नकली पेट का मामला पकड़ा गया। एक नामी कंपनी के अधिकारियों की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा था। दुकान की तलाशी में 219 बाल्टी पेंट मिला था, जिसे कंपनी के अधिकारियों ने नकली बताया था। 170 बाल्टी खाली मिली थीं, इन पर कंपनी का नाम लिखा था। पुलिस ने कारोबारी संजीव मित्तल को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। उनकी फैक्ट्री भी थाना एत्माद्दौला क्षेत्र में थी। वहां पर भी कंपनी के लेबल वाले डिब्बों में नकली पेंट भरा जा रहा था।
सीमेंट के नकली कट्टे मिले थे
थाना शाहगंज के पथौली में नकली सीमेंट की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। इसमें पुट्टी को सीमेंट में मिलाकर नामी कंपनी का नाम लिखे कट्टे में भरकर बेचा जा रहा था। पुलिस ने वॉल पुट्टी के 70 कट्टे बरामद किए थे। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक बोदला निवासी अनूप और मैनेजर मनोज के खिलाफ केस दर्ज किया था।
नकली ऑटो पाट्र्स की बिक्री
शहर के रकाबगंज थाना क्षेत्र में नकली आटो पाट्र्स बिक्री के कई मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस कॉपीराइट एक्ट में मुकदमा दर्ज कर चुकी है। अब भी बाजार में नकली ऑटो पाट्र्स बिकने के मामले सामने आते रहते हैं।
नकली दवाओं का जखीरा भी पकड़ा
पांच महीने पहले पुलिस ने आवास विकास कॉलोनी में एक गोदाम पर छापा मारकर नकली दवाओं का जरखीरा पकड़ा था। मामले में प्रदीप राजौरा और धीरज राजौरा को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार ये लोग नकली दवाओं के साथ एक्सपायरी दवाओं का धंधा करते थे। मथुरा में मैन्युफैक्चरिंग इकाई भी खोल रखी थी, जहां से पैकिंग मशीन और रैपर बरामद हुए थे। 10 लाख रुपए की नकली और एक्सपायर दवाएं मिली थीं।
नकली शराब भी पकड़ी
पिछले दिनों जहरीली शराब से मौत होने के बाद पुलिस ने नकली शराब बनाने वालों पर भी कार्रवाई की.आगरा में बड़े पैमाने पर नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई। अछनेरा में ढाबा संचालक की नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी गई। इसके अलावा शमसाबाद में भी नकली शराब बनाने वालों पर कार्रवाई की गई। नकली शराब के सेवन से डौकी, शमसाबाद और फतेहाबाद में सात लोगों की मौत हो गई थी।
शहर में मिलावटखोरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में खोआ मंडी से सैंपल लिए गए थे, शहर और देहात में मिठाई और दूध की दुकानों से दर्जनों सैंपल लिए गए है। मिलावटखोरों पर लगातार कार्रवाई जारी है।
राजेश गुप्ता, प्रभारी एफएसडीए
नकली माल बेचने वालों के खिलाफ सरकार को सख्ती से पेश आना चाहिए, मिलावटी सामान बेचने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इसके लिए कठोर कानून बनना चाहिए। जिससे सबक मिल सके।
दिलीप जैन, बिजनेसमैन
आए दिन नकली माल मार्केट में पकड़ा जा रहा है। कुछ दिन तक इसका डर मिलावटखोरों में रहता है। इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इस मामले में सरकार को कोई ठोस कार्रवाई करनी होगी।
विनीत, कारोबारी