लुभा रही सब्सिडी स्कीम।
सरकार प्रदूषण का ग्राफ कम करने और इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी स्कीम पर भी काम कर रही है। सरकार की ये योजना भी इलेक्ट्रिक वाहनों का ग्राफ बढ़ाने पर काम कर रही है। संभागीय परिवहन के आंकड़ों के अनुसार 2019 से अब तक वाहनों का ग्राफ कई गुना बढ़ गया है। शहर का युवा वर्ग अब इलेक्ट्रिक वाहन पर ही फोकस कर रहा है।
20 चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे शहर में।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ताजनगरी में पॉल्यूशन कंट्रोल करने की कवायद चल रही है। इसी के तहत यहां का पहला इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन बन कर चालू हो चुका है। फतेहाबाद रोड पर आर्चिड फार्म के पास यह चार्जिंग स्टेशन बनाया गया है। ये स्टेशन इंडियन आयल की तरफ से बनाया जा रहा है। इसके अलावा शहर में 20 चार्जिंग स्टेशन और बनाए जाने की कवायद चल रही है। जगह के निर्धारण के बाद 10 स्टेशन आगरा विकास प्राधिकरण और 10 स्टेशन स्मार्ट सिटी के तहत बनाए जाएंगे।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के फायदे
- ईधन की बचत
- साउंड और एयर पॉल्यूशन की समस्या से छुटकारा
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सरकार द्वारा शहर में पॉल्यूशन कम करने की कवायद चल रही है। इसी योजना में विभाग द्वारा इसी के लिए दो पहिया और चार पहिया वाहनों पर सब्सिडी की स्कीम चल रही है। 14 अक्टूबर 2022 से 13 अक्टूबर 2023 तक लोगों को सब्सिडी दी गई। एक वाहन स्वामी एक ही वाहन पर सब्सिडी ले पाएगा। इस साल भी शासन के निर्देशों के बाद आगे सब्सिडी की प्रक्रिया अमल में लायी जाएगी।
एन सी शर्मा।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी
कोटक सिक्योरिटी संजय प्लेस में मेरी जॉब है। ईदगाह से आती हूं। इसके पहले में एक्टिवा से आया जाया करती थी। पेट्रोल भी बहुत लगता था। इसके अलावा पेट्रोल पंप पर जाने में दिक्कत होती थी। कोरोना के बाद मैंने इलेक्ट्रिक स्कूटी ले ली। ये आरामदायक तो है ही साथ ही साउंड फ्री भी है।
गरिमा भारद्वाज
हर दिन हमें बिजनेस की वजह से लोकल में ही करीब 200 से 300 किलोमीटर गाड़ी चलानी पड़ जाती थी। ये बहुत ही महंगा होता था। आधे से अधिक बचत यहीं खर्च हो रही थी। अब इलेक्ट्रिक कार ली है। बजट के साथ साथ सारे झंझट भी दूर हो गए।
राहुल गुर्जर.
-मधूनगर निवासी सतेंद्र का प्रिंटिंग प्रेस का बिजनेस है। सतेंद्र बताते हैं उनकी एक्टिवा को काम करने वाले लड़के दिन भर काम से चलाते थे। कम से कम 500 रूपये का पेट्रोल खर्च हो जाता था। अब इलेक्ट्रिक स्कूटर लिया है तब से उनके खर्च में भी कमी आई है।
सतेंद्र पराशर
-क्या कहते हैं आंकड़े-
आरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स
2018-
टू व्हीलर-256
टू व्हीलर साइकिल-81
मोपेड-35
कार- 1
2019-
टू व्हीलर- 328
टू व्हीलर साइकिल-137
2020-
टू व्हीलर-75
टू व्हीलर साइकिल-61
मोपेड-1
2021-
टू व्हीलर- 164
टू व्हीलर साइकिल-318
थ्री व्हीलर कमर्शियल- 7
थ्री व्हीलर पैसेंजर-28
कार-3
2022-
बस- 100
टू व्हीलर-1157
टू व्हीलर साइकिल-616
थ्री व्हीलर कमर्शियल-32
थ्री व्हीलर पैसेंजर-28
कार- 9
मोपेड 2
2023-
टू व्हीलर- 2914
टू व्हीलर साइकिल-256
थ्री व्हीलर कमर्शियल- 74
थ्री व्हीलर पैसेंजर-3600
कार- 249
मोपेड 61
2024-
टू व्हीलर-370
टू व्हीलर साइकिल-15
थ्री व्हीलर कमर्शियल- 22
थ्री व्हीलर पैसेंजर-546
कार- 29
मोपेड-2