आगरा के खंदौली के गांव सैमरा निवासी शबाना ने बताया कि करीब 35 लोग टाटा मैजिक लोडर में सवार होकर सासनी के इगलास रोड पर मुकुंद खेड़ा में ददिया सास के 40वें में शामिल होने के लिए शुक्रवार की सुबह 10 बजे पहुंचे। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सभी गांव लौट रहे थे, तभी मीतई के निकट लोडर चालक ने एक वाहन को ओवरटेक किया। इसी दौरान आगरा की ओर से आ रही रोडवेज बस दाहिने हिस्से से लोडर में टकरा गई। इसके बाद तेज धमाका हुआ। मैंने अपने दोनों बच्चे पकड़े हुए थे। हादसे के बाद न तो बच्चे दिखे और न ये पता चला कि मैं कहां हूं। झाडिय़ों की तरफ अपने आप को पड़ा देखा। होश आने पर चारों तरफ खून से लथपथ अपने परिवार के लोगों की चीख-पुकार देखी। सबसे पहले अपने बच्चों को खोजा। दोनों बच्चे सही सलामत खेत में पड़े हुए मिले। इसके बाद लोगों की भीड़ और शवों को देख मैं अचेत हो गई। अस्पताल में आकर होश आया।

आगरा से आ रहे बाइक सवार सुदीप गुप्ता ने बताया कि टक्कर इतनी भीषण थी कि लोडर में सवार सभी यात्रियों की चीख-पुकार सुनकर राहगीर रुक गए। खेत में जाकर घायलों को उठाने की हिम्मत की। बाद में पुलिस और दमकल कर्मियों के पहुंचने पर ही खेत की झाडिय़ों में पड़े घायल बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को बाहर निकाला गया और उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। सुदीप ने बताया कि लोडर के दाहिने हिस्से की बाडी पूरी तरह से हवा में उड़ गई थी। साथ ही रोडवेज बस का आगे का शीशा टूटने के साथ चालक और कुछ यात्री रोड पर गिर गए। खेतों से लेकर राजमार्ग पर हर तरफ घायल यात्रियों की चीख-पुकार मची हुई थी।