आगरा (ब्यूरो) सपने वो नहीं होते जो आपको सोते समय आते हैं, बल्कि सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं दें। जब आप ऐसे सपने देखेंगे तो आपको सक्सेस मिलने से कोई नहीं रोक सकता। कुछ इसी तरह मंगलवार को जब डीसीपी वेस्ट सोनम कुमार ने शहर के विभिन्न स्कूल्स के बच्चों को मोटिवेट किया तो पचकुइयां स्थिति माथुर वैश्य ऑडिटोरियम तालियों से गूंज उठा। वह दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और अमृता विश्वविद्यापीठम की ओर से आयोजित कॅरियर पाथवे सेमिनार में बच्चों से रूबरू थे।

सोशल मीडिया से बनाएं दूरी
कॅरियर पाथवे सेमिनार में डीसीपी वेस्ट सोनम कुमार ने बच्चों को सक्सेस के टिप्स देते हुए कहा कि अगर अपना गोल अचीव करना चाहते हैं तो सोशल मीडिया से दूरी बना लें। उन्होंने अपना एग्जाम्पल देते हुए कहा कि जब उन्होंने यूपीएससी की प्रिपरेशन शुरू की तो अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिए। अब यूपीएससी में सिलेक्शन हो गया तो सोशल मीडिया अकाउंट एक्टिवेट किए। जब तक गोल अचीव नहीं हो अपना पूरा फोकस टागरेट पर रखें। सोशल मीडिया आपको अपने टारगेट को अचीव करने से डिस्ट्रैक्ट कर सकता है।

पोमोडोरो टेक्निक बेहतर ऑप्शन
डीसीपी वेस्ट सोनम कुमार ने स्टूडेंट्स को पोमोडोरो टेक्निक के अनुसार स्ट्डी करने के टिप्स शेयर किए। उन्होंने बताया कि अगर आप स्ट्डी कर रहे हैं तो 25 मिनट के बाद 5 मिनट का ब्रेक लेंं। ये मेंटल हेल्थ के लिए भी बेहतर है। वहीं, स्टडी के साथ किसी एक गेम में रुचि बहुत जरूरी है।

माइंड मैपिंग टूल बेहतर ऑप्शन
माइंड मैपिंग उन स्टूडेंट्स के लिए बेहतर है, जिन्हें सब्जेक्ट से जुड़ी चीजों को सीखने और समझने में समस्या होती है। जब वे माइंड बनाते हैं तो उन्हें अपने चैप्टर्स को क्रम में रखने में हेल्प मिलती है। इसका यूज असाइनमेंट, होमवर्क, स्ट्डी के बाद चीजों को लंबे समय तक याद किया जाता है। आमतौर पर इसमें माइंड मैपिंग, टेक्स्ट, पिक्चर, कलर्स और लिंक, वीडियोज का यूज होता है।

सफलता के लिए नंबर मैटर नहीं
अगर कोई बच्चा क्लास में टॉप आता है तो ये जरूरी नहीं है कि कम नंबर लाने वाला कुछ नहीं कर सकता है। क्वालिटी टाइम स्टडी करने से हेल्थ के साथ मेंटल हेल्थ भी अच्छी होती है। इसलिए क्लास में जो बच्चा अधिक नंबर ला रहा है तो ये जरूरी नहीं है कि वो अधिक सफल हो।

जीडी से पहचानें अपनी स्किल
अगर आप ग्रुप स्ट्डी करते हैं, तो समय-समय पर टेस्ट सर्वे भी कर सकते हैं। तीनों स्टूडेट्स का ग्रुप बेहतर होता है। मैंने भी ग्रुप स्टडी की। मेरे साथी ने मुझे बताया कि आपका फिजिक्स बहुत अच्छा है, जिसमें मेरे 60 में से 50 नंबर थे। मैने अपना फोकस भी उसी ओर कर दिया। ग्रुप स्टडी कंप्टीशन की तैयारी का अच्छा ऑप्शन है।

सक्सेस के लिए सैक्रीफाइस भी जरूरी
डीसीपी ने बच्चों को सैक्रीफाइस का भी महत्व समझाया। उन्होंने सचिन तेंदुलकर के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी बायोपिक में बताया गया कि वह अपने पेरेंट्स के साथ रहते थे। जहां से उन्हें प्रैक्टिस के लिए ग्राउंड दूर पड़ता था। ऐसे में वह अपनी आंटी के यहां रहने चले गए। जहां से उन्हें ग्राउंड नजदीक पड़ता था। उनके पेरेंट्स ने सेक्रीफाइस किया। सचिन दिनभर प्रैक्टिस करते थे। शाम को प्रैक्टिस के बाद ग्राउंड के आठ चक्कर लगाते थे।

खुद का समय लाने के लिए खुद को समय देना होगा

सेमिनार के दौरान स्पेशल गेस्ट व मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। अमित कुमार निरंजन नेे कई तरह से स्टूडेंट के दिमाग को परखा और वह कैसे आगे बढ़ सकते हैं, इस पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि खुद का समय लाने के लिए खुद को समय देना ही होगा। अगर आपका दिमाग नहीं सोचेगा तो आप 99 परसेंट भीड़ में शामिल हो जाएंगे। जब भी हम कुछ नया करते हैं तो सामने समस्याएं जरूरी आती हंै। इससे घबराना नहीं चाहिए। आप जो भी गैजेट देखते हैं, वह इंजीनियरिंग की देन है। इनोवेशन की कोई लिमिट नहीं है। जब हम कहते हैं कि मेडिकल साइंस में बड़ा बदलाव आया है, यह हमारी थिंकिंग के कारण ही है। पढ़ाई टेंशन में नहीं होती है, अगर कोई टेंशन हो तो किताब बंद कर दो। पढ़ाई सिर्फ फ्री माइंड से ही करनी चाहिए, जिनसे उम्मीद छोड़ दी जाती है, वही बड़ा काम करते हैैं।

इंजीनियरिंग और मेडिकल में कॅरियर
अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटॉर निघिल एन। ने कहा, कॅरियर पाथवे के जरिए हम बताना चाहते हैं कि स्टूडेंट किस कोर्स को लें या किस क्षेत्र में जाएं। अमृता यूनिवर्सिटी 2 से 3 नए कोर्स लॉन्च कर रही है। जैसे एआई इन डाटा साइंस और एआई इन मेडिकल साइंस। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को बताया कि इंजीनियरिंग और मेडिकल में शानदार कॅरियर ऑप्शन हैं। उन्होंने बताया कि अमृता विश्व विद्यापीठम बीएससी एनेस्थिसिया टेक्नोलॉजी, बीएसई कार्डियो वस्क्यूलर टेक्नोलॉजी, बीएसई क्लीनिकल, न्यूट्रिशयन, डाइटेटिक्स एंड फूड साइंस, बीएसई इमरजेंसी मेडिकल टेक्नोलॉजी, बीएसई कार्डिक परयूजन टेक्नोलॉजी, बीएसई लड बैंक टेक्नोलॉजी आदि कोर्स चला रहा है, जिसमें इंटर के बाद स्टूडेंट कॅरियर बना सकते हैं। उन्होंने वीडियो के माध्यम से बच्चों को अमृता विश्वविद्यापीठम के बारे में विस्तार से बताया।

लीडरशिप स्ट्रैटजी जानें
मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। अमित कुमार निरंजन ने कहा, बच्चों को आज पता चला कि वह कैसे अपनी पढ़ाई बिना टेंशन कर सकते हैं। साइकोमेट्रिक टेस्ट के बारे में मैं आप लोगो से शेयर करना चाहूंगा, जहां इंस्टीट्यूट वाले इस टेस्ट के लिए बहुत चार्ज कर रहे हैं। वहीं, अमृता यूनिवर्सिटी ने ये टेस्ट आप लोगों के लिए मुफ्त में उपलब्ध कराया है। सेशंस में आप वीडियोज के माध्यम से लीडरशिप स्ट्रैटजी को समझें।



लैंप लाइटिंग से शुरुआत
कॅरियर पाथवे सेमिनार की शुरुआत मुख्य अतिथि डीसीपी वेस्ट सोनम कुमार, अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटॉर (डायरेक्ट ऑफ एडमिशंस एंड एकेडमिक आउटरिच) निघिल एन, मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। अमित कुमार निरंजन, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के एडिटोरियल हेड अखिल दीक्षित ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

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नाम::सोनम कुमार
2016 बैच आईपीएस
बीई (इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग)
16 मोबाइल एप पुलिसिंग के लिए तैयार किए

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आज भी होंगे सेशन

सेशन टाइम

सुबह 9 बजे से 11 बजे तक
सुबह 11.30 से दोपहर 01.30 बजे तक

टॉपिक::फ्यूचर ऑफ इंजीनियरिंग एंड मेडिकल कॅरियर्स

वेन्यू::माथुर वैश्य भवन, पंचकुइयां, आगरा