आगरा (ब्यूरो)। कमिश्नर मैडम, आप खुद देखिए। चार महीने पहले गढ़ी भदौरिया-प्रतापनगर मार्ग की पुलिया धंस गई थी। नगर निगम के अधिकारियों को कई बार शिकायत की गई। हर बार अधिकारियों ने निस्तारण में पुलिया की मरम्मत होने की बात कही। पांच बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट की शिकायतों का भी फर्जी तरीके से निस्तारण कर दिया गया। मौके पर महज एक लाइट जली। इससे नाराज कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने अधिकारियों से कहा कि शिकायतों को कूड़े की तरह से मत निपटाइए। लापरवाही बरतने पर निगम निगम के अधिशासी अभियंता सहित तीन इंजीनियरों को प्रतिकूल प्रविष्टि और सुपरवाइजर को चेतावनी दी।
कागजों में सब सही बताया
एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) में गढ़ी भदौरिया और प्रतापनगर के लोगों ने कई बार धंसी पुलिया की मरम्मत, बंद पड़े हाईमास्ट और पांच लाइटों को ठीक करने की शिकायतें की थीं। नगर निगम के इंजीनियरों ने कागजों में सब कुछ सही कर दिया गया। हकीकत में कोई भी कार्य नहीं हुआ। कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने शुक्रवार दोपहर एक बजे गढ़ी भदौरिया से प्रतापपुरा रोड का निरीक्षण किया। क्षेत्रीय निवासी मोहन लाल ने कहा कि बरसात में धंसी पुलिया से निकलना जोखिम भरा था लेकिन मजबूरन निकलना पड़ा। निगम के अधिकारियों को फोटो भेजी गईं लेकिन कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की गई। शिकायतों में पुलिया की मरम्मत की बात कही गई। पुलिया में कई दो पहिया सवार गिर चुके हैं। तीन लोगों के हाथ में फ्रेक्चर हो चुके हैं। कमिश्नर ने इसे लेकर सवाल पूछे तो अधिकारियों ने बताया कि बरसात के बाद पुलिया की मरम्मत कराई जाएगी। इस पर कमिश्नर ने कहा कि कूड़े की तरह से शिकायतों का निस्तारण करना उचित नहीं है। क्षेत्रीय निवासी सुनीता देवी ने कहा कि पांच लाइटें लंबे समय से बंद पड़ी हैं। निगम के इंजीनियरों ने शिकायतों का फर्जी निस्तारण दर्शा दिया है। कागजों में लाइट को जलता हुआ बताया जा रहा है। कमिश्नर ने पांच लाइटों को चेक कराया तो महज एक ही लाइट जली। शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने पर निर्माण और विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता, सहायक और अवर अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टि के निर्देश दिए। सुपरवाइजर को अंतिम चेतावनी दी गई। इस दौरान नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल, अपर नगरायुक्त एसपी यादव, क्षेत्रीय पार्षद मिथलेश मौर्य, गोगा मौर्य आदि मौजूद रहे।
नगला मेवाती में भूमि पैमाइश के निर्देश
कमिश्नर ने नगला मेवाती ताजगंज का निरीक्षण किया। नगला मेवाती में एडीए की भूमि पर अवैध कब्जा की शिकायत की। एडीए अधिकारियों ने अवैध निर्माण से इन्कार किया। इसकी रिपोर्ट भी लगाई गई। शिकायतकर्ता ने सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण की बात कही। कमिश्नर ने मुख्य अभियंता को भूमि की पैमाइश के निर्देश दिए। सोमवार तक विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने पर जोर दिया। निरीक्षण के दौरान नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल और एडीए अधिकारी साथ रहे।