आगरा (ब्यूरो) गांव में तीन दुकानों में गर्भपात के अड्डे पर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर नर्स को रंगे हाथों पकड़ लिया। उसे थाने भेजने के लिए पुलिस बुलाई गई, लेकिन पुलिस और टीम में तकरार होने लगी। लगभग आधा घंटे तक तकरार चलती रही और नर्स फरार हो गई। दुकानों में बनाए गए सेंटर में एक महिला भर्ती मिली, जिसका गर्भपात कराया गया था। उपकरण के साथ ही बड़ी मात्रा में दवाएं भी मिली हैं।

दो महीने की गर्भवती थी
झोलाछाप के खिलाफ अभियान के लिए बनाई गई टीम के नोडल अधिकारी डॉ। जितेंद्र लवानियां को कुआंखेड़ा, ताजगंज में अवैध तरीके से गर्भपात कराने की सूचना मिली। टीम ने बरौली अहीर की आशा को केंद्र पर भेजा गया तो वहां एक गर्भवती भर्ती थी। पुष्टि होने के बाद टीम ने छापा मारा। नोडल अधिकारी डॉ। जितेंद्र लवानियां ने बताया कि तीन दुकानों में नर्स स्नेहलता अवैध केंद्र चला रही थी। टीम को छापे में एक गर्भवती भर्ती मिली, पूछताछ में उसने बताया कि दो महीने की गर्भवती थी, उसका गर्भपात कराया किया गया।

मेडिकल उपकरण मिले
डिलीवरी टेबल के साथ ही गर्भपात कराने वाले उपकरण और गर्भपात के बाद का बायोमेडिकल वेस्ट और इस्तेमाल किए हुए इंजेक्शन मिले। पूछताछ में नर्स ने बताया कि वह शांति मांगलिक हॉस्पिटल में नर्स है और 25 वर्ष से केंद्र चल रहा है। गर्भपात के साथ ही प्रसव भी कराती है। इसके बाद पुलिस बुला ली गई। छापे के दौरान मौके पर गर्भपात कराने की पुष्टि और गर्भपात कराने वाली नर्स के पकडऩे जाने पर उसे गिरफ्तार करने के लिए कहा गया। डॉ। लवानियां का आरोप है कि पुलिस से नर्स को थाने ले जाने के लिए कहा, उन्होंने कह दिया कि यह काम स्वास्थ्य विभाग का है। मुकदमा दर्ज होने के बाद ही पुलिस गिरफ्तार कर सकती है। इसी बीच नर्स स्नेहलता फरार हो गई। थाना ताजगंज तहरीर दी गई है। शांति मांगलिक हास्पिटल के प्रबंधक घमंडी ङ्क्षसह ने बताया कि नर्स स्नेहलता सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। अब कार्यरत नहीं हैं।

एक महीने में तीन अवैध गर्भपात के केंद्रों पर छापा
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तीन महीने में तीन अवैध गर्भपात के केंद्रों पर कार्रवाई की। 31 जुलाई को अछनेरा में झोलाछाप सोनी द्वारा मकान में अवैध तरीके से गर्भपात कराने पर छापा मारा था। इसके बाद एक अगस्त को जगनेर में अवैध क्लीनिक पर छापा मारा, गर्भपात कराने के उपकरण जब्त किए गए थे। तीसरा छापा कुआंखेड़ा में मारा गया।

9 अगस्त को पकड़ा गया था भ्रूण ङ्क्षलग परीक्षण करने वाला गिरोह
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नौ अगस्त को सिकंदरा में एक मकान में छापा मारकर भ्रूण ङ्क्षलग परीक्षण करने वाले गिरोह को पकड़ा था। पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन जब्त की थी। गिरोह के सदस्यों ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि गर्भ में लड़की होने पर गर्भपात कराया जाता था, आशंका है कि अवैध तरीके से चल रहे केंद्रों पर गर्भपात कराया जाता है।


नर्स को गिरफ्तार करने से पुलिस ने मना कर दिया। नोडल अधिकारी दोपहर तीन बजे टीम थाने पर पहुंच गई थी, रात नौ बजे तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। कभी छापे के दौरान मिले उपकरण लाने के लिए कहा, नर्स भी मौके से फरार हो गई।
डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

भारतीय न्याय संहिता के प्रविधानों के तहत सीजर की प्रक्रिया पूरी करनी होती है। इसमें समय लगता है। स्वास्थ्य विभाग ने तहरीर दे दी है। उनसे फर्द लेकर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
सैयद अरीब अहमद, एसीपी ताजगंज