आगरा (ब्यूरो)। अपराध की सजा मिलने से समाज में एक संदेश जाता है। इससे एक ओर अपराधियों का हौसला पस्त होता है तो दूसरी तरफ आपराधिक मानसिकता के लोग इससे सबक लेते हैं। कमिश्नरेट पुलिस ने इस वर्ष एक जनवरी से 15 नवंबर के दौरान ऑपरेशन कनविक्शन के तहत कोर्ट में मजबूत पैरवी करके 836 मुकदमों में 1,251 अपराधियों को सजा दिलाई। लूट, हत्या, दुष्कर्म और डकैती जैसे गंभीर अपराधों में 96 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा दिला चुकी है। वहीं, आठ वर्ष की बालिका से दुष्कर्म और हत्या के मामले में 11 महीने में पैरवी करके एक दोषी को फांसी की सजा दिलाई। महिला अपराध से संबंधित 107 मुकदमों में कुल 152 दोषियों को सजा दिलाई। लगातार सजा मिलने से लूट, हत्या, दुष्कर्म और महिला संबंधी अपराधों का आंकड़ा गिरा।
क्रिमिनल्स के हौसले हुए पस्त
पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने से क्रिमिनल्स के साथ क्राइम डाटा कंट्रोल हुआ है। वहीं, ऐसे क्रिमिनल्स को भी सजा दिलाने का काम किया गया है, जो अपने रसूख और पहुंच के चलते बड़ी- से बड़ी घटना को अंजाम देने से नहीं चूकते थे। इस तरह के क्रिमिनल्स को जेल की सलाखों के पीछे पहुुंचा कर पुलिस ने पब्लिक को मैसेज दिया है। इससे अपराधिक मानसिकता रखने वाले लोगों को सबक मिला है। उनके खिलाफ गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट पर भी समय रहते निर्णय लिए गए। इससे क्रिमिनल्स का हौसला पस्त हुआ।
महिला सुरक्षा के लिए उठाए कदम
सरकार की मानसिकता के अनुरूप महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस गंभीर है। एक ओर एंटी रोमियो स्क्वायड की मदद से स्कूल और कॉलेजों में पढऩे वाली छात्राओं को सुरक्षित महसूस कराया गया। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर महिला सुरक्षा को लेकर अवेयर किया गया। स्कूल और कॉलेजस्तर पर भी गुड-बैड टच की जानकारी दी गई। एसीपी महिला क्राइम डॉ। सुकन्या शर्मा ने बताया कि महिला से संबंधित मामलों में कुल 152 दोषियों को सजा दिलाई। इससे महिला खुद को सुरक्षित महसूस कर पा रहीं है।
साइबर सुरक्षा पर किया अवेयर
एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार ने बताया कि कमिश्नरेट में साइबर सुरक्षा के मामलों को लेकर पुलिस अलर्ट है। ऐसे में आम पब्लिक को भी बड़े पैमाने पर अवेयर किया गया है। पिछले दो साल में दो करोड़ रुपए से अधिक की रकम बरामद कर विभिन्न बैंक अकांउट को फ्रीज कराया गया है।
ऑपरेशन कनविक्शन से 1,251 क्रिमिनल्स को मिली सजा
उम्र कैद की सजा 96
20 वर्ष की सजा 15
10 वर्ष की सजा 41
5 से 9 वर्ष की सजा 115
5 वर्ष से कम की सजा 983
मौत की सजा 01
वीमंस संबंधित 152 क्राइम में 107 मामलों में मिली सजा
क्राइम के प्रकार क्रिमिनल्स
दहेज हत्या 27
हत्या 03
दुष्कर्म 20
पाक्सो एक्ट 75
महिला संबंधी दूसरे क्राइम 27
कमिश्नरेट की मॉनिटरिंग सेल द्वारा दुष्कर्म, लूट, हत्या समेत अन्य गंभीर क्राइम में मजबूत पैरवी के लिए हर थाने के 10-10 क्रिमिनल्स को लिस्टिड किया गया है। उनकी कोर्ट में पैरवी की गई। जिससे क्राइम के आंकड़ों में गिरावट आई है। वहीं क्रिमिनल्स को सजा मिलने का डाटा बढ़ा है।
जे। रविन्दर गौड़, पुलिस कमिश्नर