आगरा। ब्यूरो शहर को स्वच्छ रखने के लिए नगर निगम हाईटेक तरीके अपना रहा है। अब स्वच्छता के लिए शहर में ड्रोन का सहारा लिया जाएगा। ऐसे लोगों पर नजर रखी जाएगी जो शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में नगर निगम द्वारा किए जा रहे प्रयासों को पलीता लगा रहे हैं।

शहर में शुरू किया अभियान
अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि दशहरा के अवसर पर रावण के प्रतीकात्मक अंत के साथ ही शहर में गंदगी के अंत के लिए अभियान शुरू किया जा रहा है। इसके तहत खुले में कचरा फेंकने पर अंकुश लगाया जाएगा। अगर कोई खुले में कचरा फेंकता है तो उसकी जांच कर उसके सोर्स का पता लगाया जाएगा। संबंधित व्यक्ति या घर को कचरा जनक के रूप में चिह्नित कर उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। गंभीर मामलों में स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

खुले में कचरा फेंकने पर लगे रोक
नगर निगम उन सभी के खिलाफ सख्त कदम उठाने जा रहा है, जो कचरा निपटान के मामले में नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। डिलीवरी पैकेजिंग कचरे का एक बड़ा हिस्सा होता है। इसे अक्सर लापरवाही से खुले में फेंका जाता है। यदि इस प्रकार के कचरे से किसी व्यक्ति की पहचान होती है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की सख्ती से शहर में खुले में कचरा फेंकने की आदत पर रोक लग सकेगी। यह पहल स्वच्छ मिशन के तहत किए जा रहे प्रयासों का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका उद्देश्य नगर को स्वच्छ सुंदर और स्वस्थ बनाए रखना है। उन्होंने बताया कि नगर निगम की इस पहल से सार्वजनिक क्षेत्रों में कचरे की मात्रा में कमी आएगी और नागरिकों में जिम्म्मेदारी को बढ़ावा मिलेगा।

घर-घर जा रहे वाहनों को दें कचरा
अपर नगरायुक्त ने बताया कि शहर में नगर निगम स्वच्छता कॉरपोरेशन की मदद से डोर टू डोर वाहन भेजकर कचरे को एकत्रित कराता है। इसके बावजूद तमाम लोग अभी भी इन वाहनों को कचरा न देकर सार्वजनिक स्थलों पर कचरा फेंक रहे हैं। कई स्थानों पर सामान पैकिंग के कचरे में आग लगाये जाने से ये कचरा जलाने के स्थानों में तब्दील होकर वायु प्रदूषण को भी बढ़ावा दे रहे हैं। जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे कचरे को जलाने या बाहर फेंकने के बजाय डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाले वाहनों को ही दें। अगर आपके घर कचरा गाड़ी नहीं जा रही है तो आप मेरा आगरा ऐप पर शिकायत कर सकते हैं।


नगर निगम द्वारा उठाए जा रहे इस कदम का उद्देश्य केवल जुर्माना लगाना ही नहीं हैं, बल्कि नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करना भी है। कचरा फैलाने वालों को यह समझना आवश्यक है कि उनका कचरा केवल उनकी नहीं बल्कि पूरे शहर की स्वच्छता की छवि को प्रभावित करता है।
अंकित खंडेलवाल, नगर आयुक्त, नगर निगम

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3 करोड़ रुपए से लगाए गए हैं आरएफआईडी अैग
3.53 लाख घरों में आरएफआईडी टैग लगाए गए
300 गाड़ी कूड़ा कलेक्शन के लिए शहर में
700 लोगों से अधिक का स्टाफ कूड़ा कलेक्शन की गाडिय़ों पर
180 पुश कार्ट भी कूड़ा कलेक्शन में लगी
750 मीट्रिक टन औसतन कचरा निकलता है शहर से रोज
94 वार्ड शहर में कंपनी स्वच्छता कॉरपोरेशन के हवाले