आगरा (ब्यूरो) वायुसेना परिसर स्थित सरकारी आवास में आत्महत्या के तीन दिन बाद फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीनदयाल दीप का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। वायु सेना के अधिकारियों के साथ उनके पिता और भाई भी शामिल हुए। वहीं उनकी आत्महत्या की जानकारी के बाद दिल्ली में जान देने वाली पत्नी कैप्टन रेनू तंवर का शव उनके परिजन राजस्थान ले गए। कैप्टन रेनू ने सुसाइड नोट में अंतिम इच्छा में लिखा था कि पति का हाथ साथ में रखकर अंतिम संस्कार किया जाए।


बिहार में नालंदा के गांव मोरार के रहने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीनदयाल दीप ने सोमवार रात कमरे में पंखे से फंदा कसकर आत्महत्या कर ली थी। मंगलवार सुबह शव मिलने के बाद दो दिन पूर्व दिल्ली गईं उनकी पत्नी कैप्टन रेनू तंवर को सूचना दी गई। दिल्ली केंट के गरुड़ शरत ऑफिसर्स गेस्ट हाउस में कैप्टन रेनू तंवर ने फांसी लगातार जान दे दी थी। साथ ही एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। शाम को रेनू का शव उके आवास पर लाया गया था। झुंझनू (राजस्थान) के गादली गांव की रहने वाली कैप्टन रेनू तंवर ने दीनदयाल के साथ दिसंबर 2022 में प्रेम विवाह किया था। घटना की सूचना पर दोनों के परिजन रात को पहुंच गए थे।

गुरुवार सुबह 11.30 बजे एयरफोर्स के अधिकारी और जवान फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीन दयाल के शव को लेकर ताजगंज श्मशान घाट पहुंचे। यहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। इसके बाद उनके छोटे भाई प्रियेश दीप ने मुखाग्नि दी। लेफ्टिनेंट की आत्महत्या की वजह सामने नहीं आ सकी है। वहीं कैप्टन रेनू का शव लेकर परिजन गुरुवार तड़के ही झुझनू के लिए रवाना हो गए थे।

एक दिन पहले मां से की थी बात
फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पिता आरपीएफ कांस्टेबल उदय प्रसाद ने बताया दीनदयाल दीप अपनी मां किरन देवी के ज्यादा नजदीक थे। एक दिन पहले उन्होंने अपनी मां से सामान्य तरीके से बात की थी। छह माह पहले वे उनके पास कोलकाता भी आए थे। तीन भाइयों में दूसरे नंबर के दीन दयाल बचपन से पायलट बनना चाहते थे। नालंदा सैनिक स्कूल से इंटर करने के बाद वर्ष 2014 में एनडीए में चयन हो गया। पहली तैनाती असम के जोराहाट में थी। पिता ने बताया कि बेटे दीनदयाल दीप ने परिवार की सहमति से कैप्टन रेनू तंवर से दिसंबर 2022 में प्रेम विवाह किया था। फोन पर बातचीत में उन्होंने कहा कि इसके अलावा अब बताने को कुछ नहीं बचा। सब कुछ खत्म हो गया।