टीएसआई धर्मेंद्र पर अभद्रता का आरोप
घटना सोमवार सुबह नौ बजे की है। भगवान टॉकीज के बाहर ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर यासीन अली ड्यूटी पर थे। सिटी बस के परिचालक देवेंद्र ने आरोप लगाया है कि टीएसआई ने बैरियर लगा कर सिटी बसों को स्टॉपेज से आगे दीवानी के पास लगाने को कह दिया। भगवान टॉकीज के बाहर एमजी रोड पर प्रतिबंधित ऑटो और ई-रिक्शा चालक सवारियां भरने लगे। इस बात का परिचालक धर्मेंद्र और चालक कृष्ण मुरारी ने विरोध किया। आरोप है कि इसके बाद टीएसआई ने धर्मेंद्र से अभद्रता की। इससे गुस्साए चालकों ने सिटी बसों का संचालन बंद कर दिया। सड़क पर यात्रियों की भीड़ एकत्रित होने लगी। मामला अधिकारियों तक पहुंचने के बाद टीएसआई बैकफुट पर आ गए। उन्होंने ऑटो और ई-रिक्शा को वहां से हटवा दिया। टीएसआई यासीन अली का कहना था कि सड़क पर बस खड़ी होने पर यातायात बाधित हो रहा था। चालक से बस को आगे बढ़ाकर सड़क किनारे खड़ी कराने को कहा था। अभद्रता का आरोप झूठा है।
सवारियां रही परेशान
भगवान टॉकिज चौराहे बसों के चक्का जाम के बाद सवारियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। चौराहे पर बस चलने का इंतजार रहे लोग ई-रिश्क्शा और ऑटो रिक्शा लेकर जाने लगे। लेकिन कुछ सवारियां बसों में ही बैठकर चक्का जाम खत्म होने का इंतजार करने लगी। एक घंटे बाद दोनों पक्षों ने बातचीत की, इसके बाद ही बसों का संचालन किया गया। कैलाश मेले के चलते सवारियों की खासी भीड़ रही।
चौराहे पर गलत तरीके से खड़े वाहन
सिटी बस सेवा के प्रभारी अभय सिंह का कहना है कि भगवान टॉकीज चौराहे पर ऑटो और ई-रिक्शा चालक गलत तरीके से ऑटो खड़े हो जाते हैं। जिससे बस चालकों को दिक्कत होती है। बसों तक सवारियां न पहुंचने पर परिजनों का नुकसान हो रहा है। दोनों विभाग के अधिकारियों में बातचीत के बाद एक घंटे बाद सिटी बसों का संचालन शुरू हो सका।
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एसीपी यातायात सैय्यद अरीब अहमद को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। प्रारंभिक जांच में अभद्रता की पुष्टि नहीं हुई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
डीसीपी यातायात सैय्यद अली अब्बास